Sunday , September 8 2024

फिरोजाबाद जिलाधिकारी ने डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार ग्रसित क्षेत्र का किया निरीक्षण

नरेंद्र वर्मा

फिरोजाबाद शहर में बढते डेंगू मलेरिया वायरल बुखार की रोकथाम हेतु निरंतर दिए जा रहे हैं निर्देशों का भौतिक स्तर पर निरीक्षण करने के उददेश्य से जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह ने नगर आयुक्त के साथ मंगलवार को झलकारी बाई नगर, आनंद नगर, रैहना आदि क्षेत्रों में साफ-सफाई एवं चिकित्सा व्यवस्था का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खाली पडे प्लॉटों में गंदगी, जल भराव, नालियां क्षतिग्रस्त मिली, क्षेत्र के कुबेर विद्यापीट इं0 कॉलेज के बराबर वाली सम्पूर्ण गली में गंदगी व जलभराव मिला, जिसको जिलाधिकारी ने मौके पर ही नगर आयुक्त की टीम से पम्पसेट लगवाकर खडे होकर पानी निकासी करवाईं। जिलाधिकारी ने जिन घरों में बच्चें बीमार है उन घरों का निरीक्षण किया निरीक्षण किए जाने पर घरों में पॉटस, कूलर व पुराने बर्तनोें में जमा पानी मिला। इसकी वजह से क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ रहा है और बीमारियां फैल रही है। उन्होने उपस्थित नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि वह जगह जगह टूटी हुई नालियों की मरम्मत करवाऐं और चौक पडी नालियों की सफाई इस प्रकार से करवाऐं की नाली का पानी अंतिम स्थान नाले तक पहुचता रहें। उन्होने कहा कि प्लॉटों में जलभराव की निकासी कराते रहे उसमें इंसेक्टिसायडल एवं लार्वासाइडल जैसी कीटनाशक दवाओं तथा मिटटी के तेल का छिडकाव निरंतर कराते रहें।*
*निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने खाली पडें़ प्लॉट स्वामियों को तत्काल नोटिस निर्गत कर जुर्माना लगाने एवं उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश नगर आयुक्त को दिए। उन्होने नगर आयुक्त को यह भी निर्देश दिए कि वह नगर क्षेत्र में जन सामान्य को डेंगू, मलेरिया व वायरल बुखार के प्रति जागरूक करने हेतु एनाउंसमेंण्ट, होर्डिंग व बैनर लगवाकर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलवाऐं। उन्होने स्पष्ट कहा कि लोगों से यह शिकायत न प्राप्त होने पाए कि उनके क्षेत्र में फोगिंग, एण्टीलार्वा छिडकाव नही किया गया है। इसके साथ उन्होने यह भी निर्देश दिए कि वह दवा छिडकाव करने वाली सभी टीमों को निर्देशित करें कि वह यह सुनिश्चित करंे कि उनके द्वारा दवा छिडकाव के समय सभी घरों में पॉटस, कूलर व पुराने बर्तनांे में जमा गंदा पानी पूर्ण रूप से हटवा दिया गया है।*
*निरीक्षण के दौरान जिन गलियों में बच्चांे में बुखार के लक्षण देखे जा रहें है उस क्षेत्र में चिकित्सा शिविर लगाने के लिए मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी को दूरभाष पर वार्ता कर तत्काल चिकित्सा शिविर लगवाने के निर्देश दिए। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को पूर्व में दिए गए निर्देश के क्रम में पुनः निर्देशित किया कि वह स्वास्थ्य विभाग की टीमें गठित कर आशा व एएनएम के माध्यम से घर-घर जाकर फीडबैक प्राप्त कर सीरीयस मरीजों को तत्काल एम्बुलेंस से चिकित्सालय में भर्ती कराए जाने की कार्यवाही कराऐं।*