पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने अपने पंज प्यारे वाले बयान पर माफी मांग ली है। रावत ने मंगलवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू और कार्यकारी अध्यक्षों के लिए पंज प्यारे शब्द का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद विवाद और तेज हो गया था।
हरीश रावत ने ट्वीट कर अपनी टिप्पणी के लिए क्षमा मांगी। उन्होंने लिखा, मुझसे कल अपने माननीय अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्षों के लिए पंज प्यारे शब्द का उपयोग करने की गलती हुई है। मैं देश के इतिहास का विद्यार्थी हूं और पंज प्यारों के अग्रणी स्थान की किसी से तुलना नहीं हो सकती है।
हरीश रावत ने पूरे मामले पर अफसोस जताते हुए ट्वीट किया कि मुझसे यह गलती हुई। मैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। मैं प्रायश्चित स्वरूप अपने राज्य के लोगों से क्षमा चाहता हूं और इसके लिए श्री गुरुद्वारा साहिब में सेवा कार्य करुंगा।
अकाली दल ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में रावत के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग तक कर डाली है। विवाद को बढ़ता देख बुधवार को रावत अपने बयान को लेकर माफी मांगते हुए कहा है कि उन्होंने गलती की है।