*चकरनगर में हुई युवक अपहरण की सूचना फर्जी निकली:जयप्रकाश सिंह*
चकरनगर/इटावा,20 जुलाई।कस्बे से वीते मंगलवार को दोपहर 16 वर्षीय एक बालक घर से कोचिंग के लिए निकला उसके के कुछ ही देर बाद अपहरण की सूचना ने चकरनगर पुलिस की रात 11 बजे तक खूब परेड करवाई। लेकिन रात को करीब दस बजे सूचना मिली कि वह 16 वर्षीय युवक डेरीय के पास सड़क पर पड़ा हुआ है जिसके हाथ बंधे हुये हैं और बचाओ बचाओ कर चिल्ला रहा है। तत्क्षण पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अपने हिरासत में ले कर घटना की जानकारी करना शुरू की।
युवक के थाने पर पहुंचने के बाद जब उससे पूछताछ की गई तो अपहरण की सूचना प्रमाणित नहीं हो सकी और वह एकदम से झूठी निकली। इस पर पुलिस ने राहत की सांस ली। चकरनगर थानाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि मंगलवार दिन में करीब 3 बजे सूचना मिली कि एक लडके का अपहरण हो गया है पुलिस ने सूचना मिलते ही आनन-फानन में घटना की जांच की और टोली बनाकर क्षेत्र का घेराव करना शुरू किया कड़ी मेहनत और मशक्कत के बाद जब पता चला की घटना बनावटी थी और लड़के ने यह सब ड्रामा खुद अपने दिमाग से तैयार किया था। करीब 10 बजे रात्रि को सूचना मिली कि डेरीय के पास सड़क के किनारे एक लड़का हाथ बंधा हुआ सड़क पर चिल्ला रहा है इसी विनाय पर पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और लड़के को प्राप्त किया जिसे उठा कर थाने ले आई। थाने पर उसने अपना नाम असित यादव पुत्र राजेश यादव उम्र 16 साल निवासी रमपुरघार बताया। और उसने खुद की रचित सारी साजिश को कबूल किया कि यह सारी घटना क्रम हमने स्वतः दिमाग की उपज से की थी, इसमें कहीं किसी का कोई हाथ नहीं है। जब उससे पूछा गया कि आखिर यह सब क्यों किया?तो उसने बयान किया कि मैं फालतू खर्च के लिए एक लाख रुपये परिजनों से चाहता था कि रुपए लेकर मित्रों के साथ सैर सपाटा करूंगा और खर्च करूंगा। बाद में यह सब गलती के लिए छात्र ने अफसोस भी किया कि मैंने अपनी उपज से जो भी किया वह गलत किया।
इस अपहरण की फर्जी सूचना ने एक बार क्षेत्र में पुरानी यादों को तरोताजा करते हुए दहला दिया लेकिन पुलिस की चलते सक्रियता से घटना का अनावरण हो गया जहां एक तरफ पुलिस ने राहत की सांस ली तो वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में पुलिस क्षेत्राधिकारी राकेश वशिष्ठ थाना प्रभारी सुनील कुमार और उनके हमराही फोर्स की सक्रियता के लिए चारों तरफ तारीफ की जा रही है कि क्षेत्र यह फर्जी घटना से सदमे में हो गया था पर घटना फर्जी होने से क्षेत्रीय जनता ने राहत की सांस ली है।
– *बच्चों के मां-बाप को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है कि- वह अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें कि बच्चे मोबाइल में क्या देख रहे हैं, उनके दोस्त कौन हैं, उनके बीच क्या बातें हो रही है। ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो सके।ऐसी ही एक घटना इसके पूर्व थाना जसवंतनगर और सिविल लाइन में भी हुई थी।