Monday , October 28 2024

औरैया, एटीएम कार्ड बदलकर फ्राड करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार*

*औरैया, एटीएम कार्ड बदलकर फ्राड करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार*

*एसपी औरैया ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय ककोर में प्रेसवार्ता आयोजित कर दी जानकारी*

*औरैया।* विगत कई माह से जनपद में शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि एक गैंग द्वारा सीनियर सिटीजन व भोले-भाले लोगों को टारगेट करके एटीएम मशीन में मदद करने के बहाने से उनका एटीएम कार्ड बदलकर फ्राड करके पैसे निकाले जा रहे है। उक्त घटनाओं की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए तथा जनता में पुलिस के प्रति विश्वास कायम रखने की दृष्टि से पुलिस अधीक्षक चारु निगम के निर्देशऩ में एसओजी टीम को घटनाओं के अनावरण व उक्त गैंग की गिरफ्तारी हेतु लगाया गया था। इसी क्रम में एसओजी टीम द्वारा विगत माह में हुई घटनाओं के घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा आस-पास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गये एवं एटीएम मशीन/बूथ में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज हेतु एटीएम हेड मुम्बई से भी सम्पर्क किया गया जिससे कई संदिग्ध व्यक्तियों के फुटेज प्राप्त हुए जिनकी पहचान हेतु इलेक्ट्रानिक तथा मैनुएल साक्ष्यों को भी एकत्रित किया गया तथा मुखबिर आदि को भी सक्रिय किया गया। शनिवार को पुलिस अधीक्षक चारु निगम ने पुलिस मुख्यालय ककोर में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि एसओजी टीम व कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर शनिवार को चेकिंग के दौरान दयालपुर ओवर ब्रिज के पास से समय करीब 12.30 बजे उक्त घटनाओं को कारित करने वाले गैंग के 3 सदस्य जिसमे वीपी सिंह दोहरे पुत्र अशोक दोहरे निवासी हसनपुर थाना कुठौंद व गोलूपुत्र रमेश दोहरे निवासी तौलकपुर थाना कुठौंद जनपद जालौन , मंगल सिंह पुत्र राम प्रकाश निवासी मघापुर मडैया थाना सिरसाकलार जनपद जालौन को गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से भारी मात्रा में एटीएम कार्ड्स, 29,310 रू नगद, 3 मोबाइल फोन व वैगन-आर कार बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगणों ने पुलिस पूछताछ के दौरान बताया कि हम तीनो जनपद जालौन के रहने वाले है हम लोग पिछले कई सालों से इस तरह की घटनाएं करते आ रहे है वर्ष 2019 में गोलू व मंगल सिंह जनपद भिण्ड म0प्र0 से जिले भी जा चुके है। हम लोग अपनी कार से आस-पास के जनपदों इटावा , कानपुर देहात व राज्यों (भिन्ड (म0प्र0), राजस्थान) तक जाकर विभिन्न स्थानों में लगे एटीएम बूथ की पहले निगरानी करते है । हम लोग वृद्ध लोगों व भोले-भाले लोगों को जिन्हे एटीएम के बारे में कम जानकारी होती है उन्हे टारगेट करके मदद के बहाने उनका पिन कोड देखकर एटीएम बदल लेते है बाद में अन्य एटीएम व पेट्रोल पम्प की स्वैप मशीन में जाकर पैसे निकाल लेते है और मिले पैसों को आपस में बांट लेते हैं।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता