भारत के नाम एक और उपलब्धि हासिल हुई है. दरअसल भारतीय अर्थशास्त्री इंदरमीत गिल को वर्ल्ड बैंक का चीफ इकनॉमिस्ट घोषित गया है. गिल अभी वर्ल्ड बैंक में इक्विटेबल ग्रोथ, फाइनेंस और इंस्टीट्यूशंस के वाइस-प्रेजिडेंट हैं।
सितंबर 2022 से उनकी नियुक्ति प्रभावी होगी. इस पद पर नियुक्त होने वाले गिल दूसरे भारतीय हैं. इससे पहले साल 2012 से 2016 के बीच कौशिक बासु इस पद को संभाल चुके हैं.वर्ल्ड बैंक के प्रेजिडेंट डेविड मलपास ने एक बयान में कहा कि इंदरमीत गिल तो ग्रोथ, गरीबी, इंस्टीट्यूशंस, कनफ्लिक्ट और क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों पर सरकारों के साथ काम करने का व्यापक अनुभव है।
उनके अनुभवों का लाभ बैंक को मिलेगा। वह कारमेन रेनहार्ट की जगह लेंगे। गिल ने कहा कि कारमेन रेनहार्ट बड़ी लकीर खींचकर गए हैं और उनके लिए इस पर चलना सम्मान की बात है।2016 से 2021 के बीच वह Duke University में प्रोफेसर ऑफ पब्लिक पॉलिसी और Brookings Institution में ग्लोबल इकॉनमी एंड डेवलपमेंट प्रोग्राम में नॉन-रेजिडेंट सीनियर फेलो रहे।
गिल को चीफ इकनॉमिस्ट के साथ-साथ डेवलपमेंट इकनॉमिक्स का सीनियर वाइस-प्रेजिडेंट बनाया गया है। वर्ल्ड बैंक के प्रेजिडेंट डेविड मलपास ने एक बयान में कहा कि इंदरमीत गिल तो ग्रोथ, गरीबी, इंस्टीट्यूशंस, कनफ्लिक्ट और क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों पर सरकारों के साथ काम करने का व्यापक अनुभव है।