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औरैया, विटामिन ए की दवा पिलाने के लिए सोमवार से चलेगा अभियान*

*औरैया, विटामिन ए की दवा पिलाने के लिए सोमवार से चलेगा अभियान*

*बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत 3 अगस्त सेशुरू होकर 10 सितंबर तक चलेगा अभियान*

*9 माह से 5 साल तक के 1.59 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य*

*औरैया।* राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आगामी तीन अगस्त से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के विटामिन ए के सम्पूर्ण कार्यक्रम काआयोजन होगा। इस विशेष आयोजन के दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के 1.59 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। अभियान पूरे माह चलेगा। इसे लेकर शनिवार को मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की अंतर्विभागीय बैठक संपन्न हुई।सीएमओ कार्यालय में बाल स्वास्थ्य पोषण माह के अंतर्गत सीएचसी और पीएचसी के चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक में कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति तय की गयी।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए संपूर्ण कार्यक्रम टीकाकरण का एक अभिन्न अंग है। यह अभियान हर छह माह में आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य बच्चों में विटामिन ए की कमी को दूर करना है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और बच्चे स्वस्थ और पोषित होते हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि शासन की ओर से नौ माह से 5 वर्ष के 1,59,090 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने बताया कि 9 माह से बारह माह तक के बच्चों को आधा चम्मच, 16 माह से 24 माह तक के बच्चों को पूरा चम्मच, दो साल से पांच साल तक के बच्चों को पूरा चम्मच दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए टीमों को निर्देशित कर दिया गया है। यह कार्यक्रम ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) एवं शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस (यूएचएनडी) पर आयोजित किए जाएंगे। जिला सामुदायिक प्रक्रिया कार्यक्रम प्रबंधक (डीसीपीएम) अजय पांडेयने बताया कि एक हजार की आबादी पर अनुमानतः 120 से 130 बच्चे होते हैं। इसके लिए कार्ययोजना बनाकर बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। इसमें एएनएम, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जिम्मेदारी दे दी गई है। अभियान के दौरान डिस्पोजल चम्मच से दवा पिलाई जाएगी। दवा पिलाने के बाद एएनएम द्वारा एमसीपी कार्ड पर उसकी प्रविष्टि की जाएगी। इस दौरान कोरोना प्रोटोकाल के नियमों का भी पालन किया जाएगा। पूरे अभियान की मानीटरिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान नौ से 12 माह के 9562 , एक से दो साल के 36032 , दो से पांच साल के 113497 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई जानी है। इसका माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है। ब्लाक वार लक्ष्य निर्धारित कर जिम्मेदारी दे दी गई है।
*क्या है विटामिन ए संपूरण* जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि विटामिन ए एक घुलनशील विटामिन है। जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह सूक्ष्म पोषक तत्व कुपोषण से बचाता है। विटामिन ए पिलाए जाने से सभी कारणों से मृत्यु में 23 प्रतिशत की कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 फीसद की कमी, अतिसार रोग के कारण होने वाली मौतों में 33 फीसद की कमी आएगी। आंखों के लिए लाभदायक होता है। स्किन के लिए भी एक वरदान की तरह है। विटामिन ए से सेल्स को बढ़ने में सहायता मिलती है।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता