*निपुण भारत योजना समग्र शिक्षा का हिस्सा बनेगी: एबीएसए*

*जसवंतनगर(इटावा)*।*निपुणभारत स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा होगी। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 5 स्तरीय तंत्र स्थापित किया जाएगा
यह जानकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी जसवंतनगर प्रवीन कुमार ने दी है। आर शनिवार को उनकी अध्यक्षता में निपुण भारत की एक बैठक ब्लॉक संसाधन केन्द्र जसवंतनगर पआयोजित हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए एबीएसए ने बताया कि
निपुण भारत योजना को शिक्षा मंत्रालय द्वारा 5 जुलाई 2021 को आरंभ किया गया है।
योजना का पूरा नाम नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी है। इससे सक्षम वातावरण का निर्माण होगा यह 5 स्तरीय तंत्र राष्ट्रीय-राज्य-जिला-ब्लाक-स्कूल स्तर पर संचालित किया जाएगा।
निपुण भारत योजना का मुख्य उद्देश्य आधारभूत साक्षरता एवं संख्यामक्त के ज्ञान को छात्रों के अंतर्गत विकसित करना है। इसके माध्यम से सन 2026-27 तक तीसरी कक्षा के अंत तक छात्र को पढ़ने, लिखने व अंकगणित को सीखने की क्षमता मिलेगी।
। यह योजना बच्चों के विकास में कारगर साबित होगी। योजना के माध्यम से अब बच्चे समय से आधारभूत साक्षरता एवं संख्यामक्त का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। जिससे उनका मानसिक एवं शारीरिक विकास होगा। यह योजना स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा होगी।
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के सफल क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार प्रयासरातहै। इन्हीं के चलते भारत सरकार द्वारा निपुण भारत योजना की शुरुआत की गई है ,जिससे आधारभूत साक्षरता व संख्यात्मक ज्ञान को छात्रों तक पहुंचाना ही इस का लक्ष्य है।
बच्चों में मूलभूत भाषा एवं साक्षरता की समझ होना बहुत महत्वपूर्ण है। एनसीईआरटी ने एक सर्वे कराया, जिसके माध्यम से पता लगा कि बच्चे पांचवी कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी पाठ को समझकर पढ़ने में सक्षम नहीं होते हैं।
बैठक में उमेश चंद्र यादव, महेश पाल ,शिवराज सिंह,अवनीश कुमार आदि उपस्थित रहे।

*वेदव्रत गुप्ता*

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