इटावा।कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान ने रविवार 14 अगस्त को देश विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर रोडवेज बस स्टैण्ड इटावा पर एक वृत्त चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया।इस प्रदर्शनी का शुभारंभ सदर विधायक श्रीमती सरिता भदौरिया द्वारा किया गया,परिवहन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक वी.के.अग्रवाल एवं संस्थान के निदेशक हरि नारायण बाजपेयी उपस्थित रहे।*
इस अवसर पर सदर विधायक सरिता भदौरिया द्वारा क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी बाबू ज्योति शंकर दीक्षित के पौत्र प्रतिमा शंकर दीक्षित को शाल व फूलमाला पहनाकर सम्मान करते हुए कहा कि उस समय विभाजन की विभीषिका को झेलते हुए भारतीय उपमहाद्वीप में लोगों का बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ इसके परिणाम स्वरूप लाखों शरणार्थियों ने उन प्रांतों और शहरों में अपना बसेरा स्थापित किया जिनके साथ पहले से उनका कोई संबंध नहीं था।परिवार संस्कृत भाषा की दृष्टि से भी एक समान नहीं थी ऐसे में उन्हें अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करनी पड़ी। 1947 में हुई हिंसा की घटनाओं और बंटवारे की घोषणा के चलते लाखों लोग रातों-रात अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हो गए थे।*
संस्थान के निदेशक हरि नारायण बाजपेयी ने कहा कि उस समय शरणार्थियों को न केवल सड़क पर हिंसा का सामना करना पड़ा बल्कि वह सदी की सबसे भीषण बाढ़ में से एक के शिकार भी हुए इस खतरनाक यात्रा में लोगों को भूख बीमारी थकावट और प्रकृति की कठोर परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।*
इस अवसर पर मधु गोयल, शाहिदा,इंदु,चंदन पोरवाल,कमल किशोर,सर्वेश चौहान,रविंद्र चौहान जय शिव मिश्रा,जितेंद्र कुमार जैन, मनोज चौधरी,अंशिका,अमन चतुर्वेदी,यश कश्यप अक्षय, अविरल व कृपा नारायण तिवारी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।*