इटावा।* आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आजादी के समय स्थापित शहर के शिव नारायण इण्टर कालेज, इटावा में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
*राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जलवन एवं पुष्प अर्पण के साथ मुख्य अतिथि सरिता भदौरिया, विधायक सदर,विशिष्ट अतिथि रघुराज सिंह शाक्य,मुकेश यादव, प्रबन्धक लालजी गुप्ता,प्रधानाचार्य राजकुमार वर्मा ने किया।*
मुख्य अतिथि सरिता भदौरिया ने बच्चों एवं शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस उल्लास के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाया *अब हमारी अगली सीढ़ी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना है,आज बेटियां हर रोज नये आयाम स्थापित कर रही हैं।* इसलिए आप मन लगाकर पढ़ाई करें और देश ही नहीं देश के बाहर भी जाकर अपने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उसका मान बढ़ायें।इससे पूर्व कार्यक्रम संयोजक एवं प्रधानाचार्य राजकुमार वर्मा ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
*कवि सम्मेलन का शुभारम्भ मां सरस्वती को प्रणाम करते हुए कुमार वैभव ने पढ़ा कि ‘‘ इक दूजे की जान हैं दोनों,उर्दू हिन्दी जवान है दोनों गौर से देखो मेरे भाई, प्यारा हिन्दुस्तान है दोनों पढ़कर जमकर तालियां बजवाई।* ओज के कवि रोहित चौधरी ने ‘‘मैं भूषण की सिंह गर्जना खुद की ताकत रखता हूॅ,वन्दे मातरम होठो पर और दिल में भारत रखता हूॅ पढ़कर पूरा माहौल गर्म कर दिया।राष्ट्रीय कवि कमलेश शर्मा ने *‘‘आओ शहीदों को हम नमन करे‘‘* सुनाकर सभी से जमकर तालियां बजवायी तो वहीं शायर रौनक इटावी ने *‘‘है वहीं इंसान जिसे प्यार हो हर इंसान से सबक मिलता है हमको वेद और कुरआन से”* पढ़कर भारतीय संस्कृति को समझाया। *राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक एवं राष्ट्रीय कवि राजीव राज ने पढ़ा कि हूॅ आदि संस्कृति जगतगुरू जग का कल्याण हूॅ,मानवता की धुन पर झंकृत जन गण मन गान हूॅ मैं हिन्दुस्तान हूॅ पढ़कर आजादी के अमृत महोत्सव को नयी ऊंचाई दी।* अंत में कवि सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए *डा.कुश चतुर्वेदी ने पढ़ा कि जाति धर्म को देखकर करें लोग सहयोग,कितने छोटे हो गए लोकतंत्र के लोग।*
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों, प्रबन्धक लालजी गुप्ता,प्रधानाचार्य राजकुमार वर्मा,विवेक रंजन गुप्ता ने दस दिन तक चले कार्यक्रमों के मेधावियों को प्रतीक चिन्ह देकर पुरस्कृत किया।
*इस अवसर पर* प्रधानाचार्य पूरन सिंह पाल,अनिल तोमर,राजेश सिंह, शैलेन्द्र अढूलियां,अरूण दुबे,अरविन्द कैथवार,पंकज सिंह चौहान,डा.संजय वर्मा,कपिल गुप्ता,प्रद्युम्न कश्यप, दयानिधि चौबे,बीना सागर सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।संचालन राजीव राज एवं आभार राजकुमार वर्मा ने व्यक्त किया।