जब से बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लिया तब से लगातार वनडे क्रिकेट के भविष्य को लेकर चर्चा हो रही है. दुनिया भर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट की बढ़ती संख्या के साथ यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वनडे की लोकप्रियता बड़े पैमाने पर प्रभावित होगी.
टी20 लीग के व्यस्त कार्यक्रम खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय कर्तव्य और लीग क्रिकेट के बीच संतुलन बनाए रखना कठिन बना रहा है.उन्होंने वनडे से रिटायरमेंट लेते हुए कहा कि वह तीनों प्रारूपों में नहीं खेल सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह टेस्ट और टी20 पर ध्यान देना चाहेंगे.
एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए रोहित ने कहा कि उन्होंने वनडे मैचों में अपना नाम बनाया और 50 ओवर के प्रारूप के लिए खतरे के बारे में सभी बातें बकवास के अलावा और कुछ नहीं हैं. उन्होंने कहा, ”मेरा नाम ही वनडे क्रिकेट से बना है. सब बेकार की बाते हैं. लोग पहले टेस्ट क्रिकेट की बात कर रहे थे (खतरे में).
रोहित ने इसे आगे कहा ‘बचपन से ही हमने भारत के लिए खेलने का सपना देखा था और जब भी हम वनडे मैच खेलते हैं तो स्टेडियम हमेशा भरे रहते है, उत्साह बना रहता है। यह व्यक्तिगत पसंद है कि किस फॉर्मेट में खेलना है या नहीं, लेकिन मेरे लिए तीनों फॉर्मेट महत्वपूर्ण हैं।’