इटावा।नारायन कॉलेज ऑफ साइंस एण्ड आर्ट्स,इटावा में कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।इस अवसर पर विद्यालय में इण्टर हाउस झांकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्र/छात्राओं ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के दर्शन कराये।*
*विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव है। प्रतिवर्ष किसी भी उत्सव को मनाने का क्या उद्देश्य होता है?यह जानना आवश्यक है,हमें भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा दिखाए गए कर्म योग के रास्ते को अपनाना चाहिए और कर्मयोगी बनना चाहिए।हम जैसे कर्म करते हैं,वैसा ही फल प्राप्त होता है।योगेश्वर कृष्ण के भगवद् गीता के उपदेश अनादि काल से जनमानस के लिये जीवन दर्शन प्रस्तुत करते रहे हैं।जन्माष्टमी भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में बसे भारतीय भी इसे पूरी आस्था व उल्लास के साथ मनाते हैं।श्रीकृष्ण युगों-युगों से हमारी आस्था के केन्द्र रहे हैं।वे कभी यशोदा मैया के लाल होते हैं,तो कभी ब्रज के नटखट कान्हा।श्रीकृष्ण ने अपना अवतार भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि को अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिये मथुरा की जेल में लिया था।चूंकि भगवान स्वयं इस दिन पृथ्वी पर अवतरित हुए थे अतः इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं।श्री शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी एक ऐसा उत्सव है जो पूरे विश्व में मनाया जाता है।*
*चीफ एडवाइजर डा.श्रेता तिवारी ने कहा कि पृथ्वी पर जब पाप का साम्राज्य स्थापित होने लगा था तो भगवान ने अवतार लेकर पाप का अन्त किया और पूरे विश्व को पापमुक्त किया,उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मथुरा,गोकुल, बरसाना में लोग इस त्यौहार का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं,और मध्यरात्रि को भगवान का महाभिषेक करते हैं लोग बड़ी से बड़ी संख्या में उपस्थित होकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने बाल्यावस्था से ही अपनी लीलाओं का आरम्भ कर दिया था और धरती पर रहने वाले प्रत्येक जीव की रक्षा की,उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे को भगवान श्रीकृष्ण के पद्चिन्हों पर चलना चाहिये।श्रीकृष्ण ने धरती पर मानव अवतार लेने के बाद कई महत्वपूर्ण कार्य किये।उन्होंने हर परिस्थिति से लड़ना सीखा व विजयश्री भी हासिल की।*
*प्रधानाचार्य डा.धर्मेन्द्र शर्मा ने विजयी हाउस को उनके सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन के लिये हार्दिक बधाई दी, तथा बच्चों को अच्छे प्रदर्शन के साथ-साथ पढ़ाई के लिये भी प्रेरित किया।*
*कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल कार्डिनेटर खुशी टण्डन, सीसीए इंचार्ज स्मृति सक्सेना,हिना कौसर व अनुज गर्ग का विशेष सहयोग रहा।*