फफूंद औरैया।* आज दिन गुरुवार को नगर में बाबरपुर रोड पर स्थित सेंट जेवियर्स पब्लिक स्कूल प्रांगण में जन्माष्टमी का पर्व भक्ति और आस्था के साथ ही नटखट श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं की मस्ती भरे मनोरंजन के बीच हर्ष व उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में स्कूल के नन्हे-मुन्ने छात्र-छात्राओं ने राधा और श्रीकृष्ण की वेशभूषा में सज-धजकर सुन्दर मंचीय प्रस्तुतियों के सहारे सभी का मन मोह लिया। सेंट जेवियर्स पब्लिक स्कूल में आज जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैरियर प्वाइंट के संचालक कैप्टन हनुमंत यादव व समस्त स्टाफ का प्रिंसिपल श्री आशुतोष यादव द्वारा स्वागत किया गया। इसके पश्चात मुख्य अतिथि कैप्टन हनुमंत यादव जी, आकाश जी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में अपनी मनभावन प्रस्तुतियों के साथ किंडरगार्टन के एलकेजी, यूकेजी, नर्सरी और कक्षा-1 में अध्ययनरत नन्हे मुन्ने छात्र छात्राओं द्वारा जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। ये बच्चे राधा-श्रीकृष्ण, बाल-गोपाल,वेशभूषा में कार्यक्रम का हिस्सा बने। मंचीय प्रस्तुति के दौरान अपनी नटखट प्रदर्शन के सहारे इन बच्चों ने सभी के मन को छू लिया। इन बच्चों ने श्रीकृष्ण लीला और राधा-कृष्ण की जोड़ी के रूप में भजन और गीतों पर नृत्य प्रस्तुति के साथ सभी का मन मोह लिया। बच्चों ने राधा-कृष्ण की झांकियां प्रस्तुत की।इस प्रतियोगिता में दूसरी कक्षा एवं तीसरी कक्षा प्रथम स्थान, चौथी कक्षा एवं पचवी कक्षा ने द्वितीय स्थान पर रहा। स्कूल में आए मुख्य अतिथि कैप्टन हनुमंत जी, कैरियर प्वाइंट का समस्त स्टाफ एवं स्कूल के प्रिंसिपल आशुतोष जी, वाइस प्रिंसिपल शिवम जी सभी कक्षा की झांकियों का निरीक्षण कर निर्णय दिया। इन नन्हें छात्र-छात्राओं को श्रीकृष्ण और राधा के रूप में तैयार किया गया था। स्कूल की दीवारों को छोटे बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों से खूबसूरती से सजाया गया था। इस साज सज्जा ने स्कूल के वातावरण को सुहाना बनाया। छात्रों के नृत्य प्रदर्शन भगवान कृष्ण की लीलाओं पर आधारित थे, जिसके सहारे इन बच्चों ने मुख्य अतिथि, माता-पिता और शिक्षकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैप्टन हनुमंत यादव जी ने बच्चों को जन्माष्टमी पर्व की जानकारी देते हुए बताया कि यह भगवान के अवतार से जुड़ा है। मथुरा में कंस के अत्याचार को मिटाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण का अवतार हुआ। यह पर्व हमें जीवन में कठिनाईयों के बीच भी सत्य के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता है। सुदामा का जीवन निःस्वार्थ मित्रवत व्यवहार की सीख हमें देता है। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन एक ऐसी प्रेरणा है, जिससे हमें अनेक शिक्षाएं मिलती हैं। अगर इन शिक्षाओं को जिदगी में धारण किया जाए तो हम विपरीत परिस्थितियों में भी सफल हो सकते हैं। श्रीकृष्ण ने जीवन में धर्म की रक्षा के लिए रिश्तों को महत्व न देकर कर्तव्य पर चलने की राह दिखाई है। उन्होंने बच्चों के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इस पर्व के लिए प्रस्तुत किये गये सभी कार्यक्रमों में बच्चों का उत्साह देखने योग्य था। बच्चे श्रीकृष्ण व राधा जी की वेशभूषा में सजे हुए थे। भगवान श्रीकृष्ण जी की बाल लीलाओं से संबंधित विभिन्न गीतों पर सुन्दर नृत्य प्रस्तुति दी। उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों को इस तरह के कार्यक्रमों में अवश्य प्रतिभाग करायें, साथ ही बच्चों को अपनी व्यस्तता के बावजूद थोड़ा समय अवश्य दें। उन्होंने सभी को जन्माष्टी पर्व की शुभकामनाएं दी। कक्षा-4वीं और 5वीं के छात्र-छात्राओं के द्वारा भी जन्माष्टमी पर विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग किया गया। इन बच्चों ने हैंड मेड स्कैच के माध्यम से श्रीकृष्ण लीला से जुड़ी कलाकृतियां बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में धीरेंद्र, विश्वनाथ, पांडेय, प्रियंका, अलीशा, सेल्जाअंजुम, कोमल और स्वाति आदि समस्त स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।
रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता