माफिया व फूलपुर से पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद ने मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। 2018 में उमर के खिलाफ लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को अगवा कर देवरिया जेल में ले जाकर पिटाई करने के मामले में लखनऊ के कृष्णा नगर थाने में एफआईआर हुई थी।
मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहां कोर्ट के आदेश पर छह महीने बाद कृष्णा नगर थाने में दर्ज एफआईआर को ही आधार बनाकर सीबीआई लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसमें अतीक के साथ ही उसके बेटे उमर, करीबी जफरउल्लाह, फारुख, जकी व गुलाम सरवर समेत 18 लोगों को नामजद किया गया।
18 लोगों को नामजद किया गया था। तभी से उमर की तलाश जारी थी । उमर के खिलाफ पहले गैर जमानती वारंट जारी किया गया बाद में सीबीआई ने दो लाख का इनाम घोषित किया गया। हालांकि घटना के समय उमर किसी केस से जुड़ा नहीं था। सूत्रों का कहना है कि अफसरों के निर्देश पर खुल्दाबाद पुलिस ने इस संबंध में दस्तावेज जुटाने का काम भी शुरू कर दिया है।