Saturday , November 23 2024

नन्हें-मुन्हों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने वाले हैड कांस्टेविल रोहित यादव को ‘‘सिल्वर कमेंडेशन डिस्क‘‘ से सम्मानित किया

भरथना। रेलवे स्टेशन उन्नाव के समीप कोरारीकलां गांव में स्टेशन पर हाथों में कटोरा लेकर भीख माँगने वाले मलिन बस्तियों के नन्हें-मुन्हों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने वाले भरथना के ग्राम मुडैना निवासी हैड कांस्टेविल रोहित यादव को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने अपने ‘‘सिल्वर कमेंडेशन डिस्क‘‘ से सम्मानित कर उनके इस मानवीय कृत्य के लिए उनका उत्साहवर्धन किया।

मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में लखनऊ स्थित मुख्यालय के सोशल मीडिया सेण्टर टावर-1 ग्राउण्ड फ्लोर में शुक्रवार को आयोजित सम्मान कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान ने अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशान्त कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक (सोशल मीडिया) मुख्यालय डी0जी0पी0 राहुल श्रीवास्तव, डिप्टी एस0पी0 (सुरक्षा अधिकारी) बालकिशन कुमार के साथ भिक्षावृत्ति से मुक्त कर निःशुल्क ‘‘हर हाथ में कलम पाठशाला‘‘ संचालित करके बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने वाले जनपद झाँसी में तैनात (पूर्व में उन्नाव जी0आर0पी0 में तैनात) हैड कांस्टेविल रोहित यादव के इस मानवीय कृत्य के लिए प्रोत्साहित कर डी0जी0पी0 ‘‘सिल्वर कमेंडेशन डिस्क व प्रशस्त्रि पत्र‘‘ भेंटकर सम्मानित किया गया। साथ ही पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान ने रोहित यादव को सम्मानित करने के साथ ही ‘‘हर हाथ में कलम पाठशाला‘‘ में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बतौर उपहार कांस्टेविल रोहित यादव को शिक्षण सामग्री वितरित करने के लिए दी।

सम्मानित होने के बाद दूरभाष पर कां0 रोहित यादव ने बताया कि मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 से प्राप्त पत्र के आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा के निर्देेशानुसार उन्हें उपनिरीक्षक राजबहादुर सिंह के साथ पुलिस मुख्यालय लखनऊ बीती 1 सितम्बर को भेजा गया था। जहाँ विभाग द्वारा उनके ठहरने आदि की बहुत ही उत्कृष्ट व्यवस्था की गई थी। तदुपरान्त 2 सितम्बर को आयोजित कार्यक्रम में विभाग के सर्वश्रेष्ठ अधिकारियों के द्वारा उन्हें पुरूस्कृत होने का अवसर प्राप्त हुआ। फोटो- हैड कां0 रोहित यादव को सम्मानित करते पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान व पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण।