एटीएस द्वारा गिरफ्तार अलकायदा आंतकवादियों के मामले की जांच केंद्र सरकार ने एनआईए को सौंप दी है. इस मामले में गिरफ्तार तीन आतंकवादियों से अब एऩआईए की विशेष टीम पूछताछ करेगी.
एटीएस ने छापेमारी के दौरान इनके पास से प्रेशर कुकर बम बनाने का सामान आदि भी बरामद किया था. यह भी पता चला था कि इन लोगों की योजना किसी भीड़ भरे वाले स्थान या नेता की रैली में धमाका करने की थी.
उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस पर सीरियल ब्लास्ट की तैयारी में लगे आतंकी संगठन पर पर शिकंजा कस गया है। यह आतंकी संगठन उत्तर प्रदेश में बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। लखनऊ से आतंकी मिनहाज और मशीरुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे होने के बाद जांच एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
गृह मंत्रालय ने जांच ट्रांसफर का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। यूपी एटीएस इस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन अब इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच एनआईए को सौंपी गई है।
अब तक हुई जांच में सामने आया है कि दोनों ही आतंकी मिनहाज और मसीरुद्दीन अलकायदा के मानव बम मॉड्यूल थे। इन आतंकियों को पाकिस्तान व अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर के जरिए निर्देश मिल रहे थे। आतंक के अलकायदा मॉड्यूल की जांच अब एनआईए करेगी।
एनआईए यह जानने की भी कोशिश करेगी कि इनके निशाने पर कौन से नेता थे और देश के अंदर और कौन लोग इन्हे सहायता मुहैया करा रहे थे. साथ ही इस मामले में उमर अलमंडी की भूमिका की भी जांच की जायेगी जिसके इशारे पर पूरा षडयंत्र रचा जा रहा था.