बस्ती (हर्रैया) – सरकार के जीरो टॉलरेंस की योजना को उसके ही कर्मचारी द्वारा लगाया जा रहा है पलीता। जिले का चर्चित हर्रैया तहसील एक बार फिर से सुर्खियां बटोरने का काम कर रहा है वरासत के नाम पर गरीब मासूम जनता से पहले तो धन की मांग की जाती है और फिर सालों साल कागजात के नाम पर उनको दौड़ाया जाता है | कागजात पूर्ण हो या अपूर्ण साहब को कुछ फर्क नहीं पड़ता। उन्हें तो बस रुपए की जरूरत है रुपया मिल जाने से अपूर्ण कागजात से ही काम चला लिया जाता है।
नरहरपुर गांव निवासियों ने 3-9-2022 को शिकायती पत्र के माध्यम से लेखपाल प्रमोद कुमार के खिलाफ तहसील समाधान दिवस पर नोटरी बयान हल्फी के साथ शिकायती पत्र प्रस्तुत किया। बुद्ध प्रकाश पुत्र स्वर्गीय सीताराम ग्राम नरहरपुर पोस्ट चिलमा बाजार जिला बस्ती ने आरोप लगाया कि वरासत के लिए 27-11- 2021 को आवेदन किया था। जिसमें सभी दस्तावेजों की हार्ड कॉपी जैसे आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल, खतौनी की कॉपी आदि सभी कागजात लेखपाल प्रमोद कुमार को दिया था।लेकिन लेखपाल द्वारा 10000 रूपये की मांग की गई। पैसा ना देने के कारण फर्जी, साक्ष्य का अभाव की रिपोर्ट लगा दिया गया। शिकायती पत्र पर एसडीएम लेखपाल को बुलाकर फटकार लगाई और कहा कि 2 दिन के अंदर 5-9-2022 तक इन लोगों का काम हो जाना चाहिए लेकिन साहब की बातों को दरकिनार करते हुए इतना दिन लगा दिया। 5-9-2022 को जब ग्रामीणों का काम लेखपाल ने नहीं किया तो दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी बस्ती को 7-9-2022 को एक लिखित शिकायत पत्र प्रस्तुत किया और न्याय की गुहार लगाई। देखना है कि ये आंख मिचौली का खेल कब तक चलेगा,और कब तब गरीबों को सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
इसी गांव की इंद्रावती देवी पत्नी स्वर्गीय रामकुमार ने भी वरासत के लिए आवेदन किया था। उनसे भी लेखपाल ने पैसे की मांग की गई थी जब उस विधवा ने भी पैसा नहीं दिया तो फर्जी रिपोर्ट लगाते हुए बताया गया कि खातेदार का खतौनी में नाम नहीं है। जबकि खातेदार का खतौनी में नाम दर्ज है। लेखपाल प्रमोद कुमार से त्रस्त दर्जनों ग्राम वासियों ने नरहरपुर ग्राम पंचायत से ट्रांसफर की मांग की तथा उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने एवं विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायतकर्ता में बुद्ध प्रकाश, इंद्रावती देवी, हवलदार, वीरेंद्र कुमार, संतलाल, रामसुख, चंद्र प्रकाश वर्मा, राम अवतार, अरविंद, नंदलाल, विजय नाथ, दयाशंकर आदि है ।