Saturday , November 23 2024

जिलाधिकारी ने टेकोरेंज मोटर स्पोर्ट्स एलएलपी कार्यशाला का निरीक्षण

अजीतमल :बुधवार को बाबरपुर देहात के सिद्धार्थ नगर मोहल्ला स्थित टेकोरेंज मोटर स्पोर्ट्स एलएलपी कार्यशाला का जिलाधिकारी पी0सी0 श्रीवास्तव ने पहुँचकर निरीक्षण किया।
बाबरपुर कस्बे के मोहल्ला अशोक नगर निवासी ,28 वर्षीय अनिवेष चतुर्वेदी ने धनबाद से सन् 2013 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग से आईआईटी करने के बाद तीन वर्षों तक गुड़गांव स्थित मारूती सुजुकी कम्पनी में बतौर प्रोडक्शन मैनेजर काम किया। उन्होंने नौकरी छोड़ बाबरपुर कस्बे में ही कुछ करने का इरादा किया और ऑफिस और कार्यशाला बनाकर कार्य करना शुरू कर दिया। एक के बाद एक चैलेंज को स्वीकार करते हुये डिजायन और मेनूफैक्चरिंग कर राष्ट्रीय स्तर पर सर्टीफिकेट, शील्ड, और कई लाख रूपये का पुरूस्कार प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया। बुधवार को पहुंचे कस्बे में पहुंचे जिलाधिकारी ने छोटे से कस्बे में खेतों में टिन शेड डालकर चलाये जा रहे इस ऑफिस के अंदर का नज़ारा देखकर उन्होंने अनिवेश चतुर्वेदी से जानकारी ली। तमाम शोधपरक कार्यों पर मिले सम्मान और किये जा रहे कार्य को देखकर खुशी जाहिर की।
अनिवेश ने बताया कि भारत सरकार के पोर्टल स्टार्ट अप इण्डिया पर पड़ी प्राब्लम के सोल्यूशन के लिये चैलेंज को अगस्त 2019 में स्वीकार करते हुये केड माॅडल (कम्प्यूटर एडिट डिजायन) तैयार करने के बाद अक्टूबर 2019 में फस्र्ट प्रोटोटायप तैयार किया था। बाॅम्बे और हैदराबाद की टीमें इस चैलेज का ट्रायल लेने आती रहीं। 30 जनवरी 2020 को पूरी तरह चैलेंज को तैयार कर प्रस्तुत कर दिया था। देश में प्रथम स्थान पाने पर बीते वर्ष कोरोना के चलते यूट्यूब पर लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से अनिवेष को शील्ड, प्रमाण पत्र और आईएनआर ढाई लाख रूपये से रिवार्ड किया गया था । तैयार की गई मशीन के लिये, ओएफसी केबिल की भारत की सबसे बड़ी कम्पनी बौॅम्बे की एचटीएल, स्टेरलाइट टैक्नोलाॅजी ने कई ऑर्डर अनिवेष को दिये हैं। अनिवेष इससे पूर्व भी सोशल डिस्टेंस को लेकर काउण्टिंग मशीन तैयार कर चुके हैं। जो किसी भी ऑफिस, माॅल, दूकान, बैंक आदि में अन्दर मौजूद और आने जाने वालाीं की संख्या को गेट पर लगी स्क्रीन पर ही दर्शा देगी। जिससे भीड भीड़ पर नियंत्रण रखते हुये सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा सकेगा।
इसके साथ ही अनिवेष चतुर्वेदी ने कमरे या किसी बड़े हाॅल को सेनेटाइज्ड करने के लिये यूबीसी किरणों से युक्त मशीन भी तैयार की है। जो अन्य मशीनों की तुलना में काफी सस्ती है।
। वहीं अनिवेश ने प्लेटों को धोने, सुखाने और नेपकिन लगाकर तैयार कर रखने वाली मशीन भी तैयार की है। जिससे अब रेस्टोरेंट, आयोजन, गेस्ट हाउस आदि में उपयोग करने से लोगों को साफ सफाई वाली प्लेट मिल सकेगी।
अनिवेष ने स्माॅल हाॅरिजेण्टल डाइरेक्शन ड्रिलिंग मशीन भी तैयार की है अभी तक छोटी गलियों, रेल की पटरियों, हाईवे की सड़कों से लेकर छोटी छोटी जगहों पर जमीन के अन्दर पाइप बिछाने में लेबर द्वारा फावड़ो और कुदालों से काम करवाना पड़ता था। जो काफी समय लेता था। और खर्चीला था। अभी तक जो जमीन के अन्दर ड्रिलिंग करने वाली मशीने है वे कम से कम डेढ़ सोै मीटर की दूरी पर काम करती थी। छोटी जगहों पर ड्रिलिंग करने के चैलेंज को भारत सरकार के पोर्टल स्टार्ट अप इण्डिया पर देखा तो चैलेंज पर काम करना शुरू कर दिया। और स्माॅल हाॅरिजेण्टल डाइरेक्शन ड्रिलिंग तैयार ली। इससे रेल की पटरी, शहरों, कस्बों की छोटी पतली गलियों, हाईवे, लिंक मार्गों आदि पर कम से कम एक मीटर की दूरी से लेकर 25 मीटर की दूरी तक की ड्रिलिंग की जा सकती है। इसे तैयार करने मेें सभी सामान स्वदेशी है। साथ ही डिजायन भी उनकी स्वयं की है।
जिलाधिकारी पी0 सी0 श्रीवास्तव ने बताया कि छोटी सी जगह पर युवा प्रतिभा द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है। युवाओं के लिये प्रेरणास्त्रोत भी है।