अर्जून तिवारी उन्नाव माधव संदेश न्यूज़
जानकारी के मुताबिक विगत दिवस थाना असोहा में तैनात दरोगा सर्वेश सिंह राणा रानीपुर चौराहे पर दोपहिया वाहनों की चेकिंग कर रहे थे उसी दौरान संहरांवा निवासी सोनू पुत्र स्वर्गीय संतोष बेलौरा से अपनी ज्वेलरी की दुकान बंद कर घर वापस आ रहा था नियमानुसार बाइक रुकवा कर चेकिंग शुरू की और उसकी डिग्गी की तलाशी ली जिसमें कुछ जेवर रखे थे दरोगा ने पूछा कहां से ला रहे हो तो सोनू ने बताया कि हमारी दुकान बिलोरा में है राणा दरोगा उसे थाने ले आए और अपने आवास पर उसे धमकाने लगे कि तुम नकली जेवर बेचते हो तुम्हारी काफी लिखित सिखाते हैं तब सोनू ने कहा सर मुझे दिखा दीजिए किस ने शिकायत की है इतने में दरोगा जी का पारा गरम हो गया और कहा कि तुझे अभी बंद कर दूंगा नहीं तो ₹50000 की व्यवस्था कर जान बचाने के लिए सोनू ने फोन करके रुपए मंगा कर राणा को रुपए दिए और कहा शेष कल दे दूंगा गांव पहुंचने के बाद उसने पूरी हकीकत बताई और यह बात विधायक तक पहुंच गई विधायक झल्ला पड़े और तुरंत कप्तान को घटना से अवगत कराया कप्तान ने सीओ पुरवा को जांच के आदेश दिए सी ओ की जांच में घटना सत्य पाई गई और दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए संगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया प्रभारी निरीक्षक से जानकारी ली गई तो वह टालमटोल करते रहे वहीं विधायक का कहना है कि मेरे यहां चाहे जो कर्मचारी हो या अधिकारी या मेरा कार्यकर्ता ही क्यों ना हो भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं है तुरंत मुकदमा लिखवा कर जेल भेजूंगा अगर जानकार सूत्रों की मानें तो सर्वेश राणा जेल चले गए हैं पूरी पुलिस में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है अब पुलिस को फूक फूक कर पाँव रखेगी क्षेत्र की जनता ने विधायक की भूरि भूरि प्रशंसा की है और कहती है पुलिस का जंगलराज इसी तरह समाप्त होगा।