जसवंतनगर(इटावा)। बलरई इलाके के यमुना बीहड़ों में विराजमान देवी ब्रह्माणी देवी मंदिर की बाउंड्री की दीवाल धाराशाही मूशलाधार बरसात के चलते गुरुवार सुबह धाराशाही हो गई।
इस दीवाल के गिरने से बरसात का पानी गर्भ गृह की ओर भी भर गया, मगर कोई क्षति नहीं हुई।
घटना के दौरान मंदिर में सन्नाटा था, इक्का दुक्का श्रद्धालु थे, जिन्होने सुभाष मिश्र पुजारी को सूचना दी। इसके बाद आसपास के लोग मौकाए वारदात पर पहुंचे। यमुना बीहड़ में लगभग 4 शताब्दी वर्षों से विराजित देवी ब्रह्माणी देवी के मंदिर की यह दीवार भदावर नरेश के परिजनों ने बनवाई थी। मंदिर में अब तक रहे पुजारियों ने केवल इस मंदिर की चढ़ौती से अपनी जेबें भरीं और आपस में इस मंदिर पर बर्चस्व के लिए कोर्ट कचहरी में लड़ते रहे। इस कारण मंदिर में निर्माण और अन्य कार्य भक्त अपनी श्रद्धा से कराते रहे। कुछ छोटे मोटे कार्य पूर्व पुजारियों ने भी जरूर कराए। मंदिर की जमीन को लेकर कुछ लोग अपने दावे अलग से ठोंकते हैं। मंदिर पर अगले सोमवार से शारदीय नवरात्रि को लेकर भक्तों की भीड़ बढ़ने वाली है, जो नवमी तक रहेगी इसलिए प्रशासन को मंदिर की गिरी हुई दीवार के चारों और पुजारियों से वार्ता कर फिलहाल वेरिकेटिंग कीव्यवस्था करानी चाहिए। अत्यधिक वर्षा यदि और होती, तो गृभग्रह को सुरक्षित करने के इंतजामात युद्धस्तर पर किए जाने आवश्यक हैं।
~वेदव्रत गुप्ता
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