इटावा। इटावा के सूट मील के किसानों ने आवास विकास परिषद के अधिकारियों पर उनकी जमीन हथियाने का आरोप लगाया है। जिसके चलते किसान अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन पर लगातार 12 दिन हुए बैठे है। लेकिन अभी तक किसी प्रशासनिक अधिकारी ने उनके पास जाना तो दूर उनकी समस्या सुनना भी मुनासिब नही समझा है। जबकि बीते दिन पीड़ित सौकड़ों किसानों ने परिवार सहित इटावा जिलाधिकारी कार्यालय पहुँच कर प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों से सम्बंधित एक ज्ञापन डीएम साहब को सौंप कर न्याय की गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने किसानों की इस समस्या का कोई हल नही निकाला है। ज्ञापन सौंपे हुए किसनों को पूरे 48 घण्टे हो गए हैं,लेकिन अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रेंगी।
किसानों ने मांग की है कि आवास विकास परिषद अधिकारियों की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए और आवास विकास के भीतर जितना भी काम चल रहे हैं। उनके कार्यो को तत्काल रोका जाए।
बेचारे किसान जिनके पास रहने के लिए अपना घर तक नही है वो लगातार अपना हक मांग रहे हैं, लेकिन उनका हक आज तक नहीं मिल सका। कुछ बुजुर्ग किसानों ने सोचा था कि बीजेपी की सरकार में सभी गरीबों को समय रहते न्याय मिल जायेगा लेकिन इस सरकार ने भी गरीब और किसानों पर अत्याचार करके सड़क पर खड़ा कर दिया है।
किसानों ने बताया जिस जमीन पर बैठ कर आज वे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं वह जमीन उनकी खुद की है,कभी वे इस जमीन पर फसलें उगाते थे। लेकिन क्या पता कि एक दिन उन्हें अपनी ही जमीन की पाने के लिए उसी जमीन पर धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा।
किसानों ने प्रशासन को ऐलानिया चेताया है यदि आगामी दिन शुक्रवार तक उन्हें न्याय नही मिला तो वे आवास विकास परिषद के किसी अधिकारी कर्मचारियों को अपनी जमीन के अन्दर किसी सूरत में घुसने नही देंगे।