*कुरावली/मैनपुरी।* विकास खंड की ग्राम पंचायत रसेमर के पंचायत सचिव पर ग्राम पंचायत के बैंक खाते से मनमाने ढंग से अपनी करीबी के बैंक खाते में रूपए ट्रांसफर कराने के आरोप लगा है। बताया जाता है कि सचिव अपनी जेब को गरम करने के लिए अपने करीबियों के बैंक खाते में रूपए डलबा देते है और वाद में उन रूपयों को कमीशन देकर वापस ले लेते है। सचिव द्वारा जिसके खाते में रूप डलवाए गए उसका ग्राम पंचायत के काम से दूर दूर तक लेना देना नहीं है।
विकास खंड की ग्राम पंचायत रसेमर में एक गली का निर्माण ग्राम प्रधान द्वारा कराया गया। इसके निर्माण कार्य में गांव के मजदूरों ने कार्य किया था, काम करने वाले मजदूरों के बैंक खाते में मजदूरी के रूपए दिए गए, लेकिन पंचायत सचिव ने ग्राम प्रधान को बिना सूचना दिए ही अपने करीबी के बैंक खाते में 2500 रूपए डलबा दिए। जब प्रधान प्रतिनिधि को इसकी जानकारी हुई तब उन्होने मामले के बारे में पता किया। प्रधान प्रतिनिधि अमन कुमार का आरोप है कि पंचायत सचिव कौशलेंद्र सिंह ने अपने निजी लाभ के लिए किसी चमन कुमार के बैंक खाते में रूपए डलबाए है। उसका पंचायत से दूर दूर तक लेना देना नही है। सचिव ने रूपयों का बंदरवांट करने के लिए ऐसा किया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने मामले की शिकायत पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह से और डीपीआरओ से की है।
*क्या बोले डीपीआरओ मैनपुरी*
ग्राम प्रधान द्वारा मामले की सूचना दी गई है। बैंक में रूपए ट्रांसफर के लिए डोंगल पर ग्राम प्रधान और प्रधान दोनो के फिंगर लगते है। आखिर ऐसा कैसे हो गया। यह जांच का विषय है। पूरे मामले में जांच कराइ जाएगी, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।- *अविनाश चन्द्र, डीपीआरओ मैनपुरी।*
रिपोर्ट. ईश्वरदयाल