भरथना,इटावा। भरथना नगर के मोहल्ला ब्रजराज नगर और स्टेशन रोड से शुरू हुआ खूंखार बन्दरों का आतंक अब ग्रामीण अंचलों तक पहुँच गया है।
बन्दरों का यह आतंक अब इटावा जनपद के प्रत्येक गांव गली और कस्बों सहित सार्वजनि स्थानों पर देखा और सुना जा रहा है। जिसपर प्रशासन सहित वन्यजीव सुरक्षा अधिकारी भी अंकुश लगाने में ना काम बने हुए हैं।
बीते माह भरथना विकास खण्ड क्षेत्र के ही ग्राम सालिमपुरा में बन्दरों ने कई दिनों के बीच दो दर्जन से अधिक महिला पुरुष और बच्चों को घायल कर दिया था। जिसके बाद इसी विकास खण्ड क्षेत्र की पंचायत ग्राम लहरोई व नगला सबल में बन्दरों ने ऐसा कहर बरपाया की दर्जनों बच्चें-बुजुर्ग,महिला-पुरुष लहूलुहान कर दिए। जिन की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को घरों की छतों व दरबाजो पर ईंट-पत्थर सहित लाठी-डंडे रख कर पहरा देना पड़ गया था। हालांकि उक्त खबरों के प्रकाशन के बाद वन विभाग सक्रिय हुआ और वन विभाग की टीम ने पिंजड़ा व जाल लगा कर खूंखार बन्दर को पकड़ लिया।
अभी हाल ही में एक सूचना मिली थी कि इटावा जनपद के उदी क्षेत्र में बन्दरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि राहगीरों का सड़कों पर निकलना मुश्किल बन गया था, जिसमें एक खूंखार बन्दर ने एक शिक्षिक को गम्भीर रूप से घायल भी कर दिया था।
आपको बतादें इन दिनों बन्दरों का आतंक भरथना विकास खण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत मल्हौसी में बना हुआ है। इस गांव में मात्र दो से तीन दिनों में एक खूंखार बन्दर ने एक दर्जन से अधिक बच्चें महिलाएं और पुरुषों को अपने हमले का शिकार बना डाला है।
गांव के समाजसेवी हरगोविंद तिवारी के अनुसार गांव में बन्दर के आतंक के कारण ग्रामीण बच्चे स्कूल जाने से कतरा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांधी इंटर कालेज के बराबर बाली गली में मात्र एक बन्दर के हमले से अब-तक उमंग तिवारी 3 वर्ष पुत्र शिवम तिवारी,अंश तिवारी 5 वर्ष पुत्र धुन्नू तिवारी,नीतू 36 वर्ष पत्नी अवधेश तिवारी,कु०सोनाक्षी 8 वर्ष पुत्री सुरेश कुमार दर्जी,मुस्की 3 वर्ष पुत्र विकास जोशी,कु०नेत्रा 5 वर्ष पुत्री राम लखन,जयशकन 9 वर्ष पुत्र रवि पांडे,कु०दीक्षा 4 वर्ष पुत्री पवन प्रजापति, रैनू देवी 37 वर्ष पत्नी रवि पांडे सहित एक दर्जन से अधिक बच्चें महिला घायल हो चुके हैं जबकि खूंखार बन्दर का हमला और आतंक बना हुआ है।ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से उक्त खूंखार बन्दर को भी पकड़ बाकर जंगल मे छुड़ाने की मांग की है।