राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने श्रद्धा हत्याकांड को एक दुर्घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि इसे तो नाम दे दिया गया है, जुमले गढ़ दिए गए हैं। सदियों से अंतर-धर्म में शादियां होती हैं, यह नई बात नहीं है।कहा कि आपने एक कौम को, एक धर्म को टारगेट बना दिया है और उसी के आधार पर राजनीति हो रही है।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, ‘यह एक घटना है। ध्यान रहे कि जाति या धर्म के नाम पर भीड़ इकट्ठी करना बड़ा आसान काम है। आग लगाना तो बहुत ही आसान होता है लेकिन उसे बुझाने में समय लगता है। कोई घर बनाना हो तो उसे बनाने में 2-3 साल लग जाते हैं लेकिन उसे आसानी से गिराया जा सकता है।’
पुलिस के अनुसार, आफताब पूनावाला ने 18 मई को श्रद्धा वालकर (27) को कथित तौर पर गला घोंटकर मार डाला था। इसके बाद आफताब ने उसके शरीर के 35 टुकड़े करके दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 टुकड़ों को वह कई दिनों तक आधी रात के बाद शहर में कई जगहों पर फेंकता रहा था।