फोटो: जीत के बाद प्रमाण पत्र दिखाती और नेता जी की समाधि पर मोमबत्ती जलाती डिंपल यादव
जसवंतनगर इटावा। लोकसभा उपचुनाव के परिणामों में इस बार जसवंतनगर कस्बे ने समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव को रिकॉर्ड जीत दिलवाई। पिछले विधानसभा चुनाव में शिवपाल सिंह को कस्बा में 1800 वोट के लगभग की ही लीड मिली थी ,जबकि डिंपल यादव को 2850 वोटों की लीड हासिल हुई।
यहां के 23 बूथों पर डिंपल यादव को कुल मिलाकर 6448 वोट हासिल हुए ,जबकि भाजपा के रघुराज शाक्य को केवल 3671 वोट मिले। केवल दो बूथों पर डिंपल यादव को रघुराज के मुकाबले कम वोट मिले। जबकि विधानसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव जसवंत नगर कस्बे के लगभग 9 बूथों पर पराजित हुए थे।
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि नगर के उन मोहल्लों में, जिनमें दलित वर्ग के वोट बहुतायत से रहते हैं, वहां भी डिंपल यादव को खूब वोट मिले। शाक्य जातिय मोहल्ला में भी डिंपल को बराबरी से वोट मिले। यह सामने आया है कि इस बार जैन ,वैश्य ,मुसलमान तथा सवर्ण जातियों ने भी डिंपल को जमकर अपना समर्थन दिया।
क्षेत्र के 3 बूथों पर रघुराज को केवल 1 वोट
इस उपचुनाव में डिंपल ने जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र से 2लाख,88 हजार 4सौ 46 की, जो लीड हासिल की, उसमें क्षेत्र के 483 बूथों में 3 बूथ तो ऐसे हैं, जिनमें उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के रघुराज सिंह को केवल मतदाताओं ने 1- 1 वोट ही दिया। 39 बूथ तो ऐसे हैं, जहां रघुराज सिंह डिंपल के मुकाबले वोट प्राप्ति में दहाई का अंक भी पार नहीं कर सके ,यानी उन्हें मात्र एक से लेकर 9 की संख्या तक ही वोट मिले। जिन बूथों पर रघुराज को एक – एक वोट ही मिला, उनमें नगला सेवाराम, सैफई और आराजी गुबरिया गांव के बूथ है।
483 बूथों में केवल 78 बूथों पर ही डिंपल के मुकाबले रघुराज को विजय मिली, मगर वहां भी अंतर मामूली रहा। जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र में करीब 100 बूथ शाक्य बाहुल्य है, मगर सभी में रघुराज को डिंपल के मुकाबले समर्थन नहीं मिला। ऐसा ही दलित बाहुल्य बूथों पर हुआ, जहां रघुराज सिंह को अपेक्षित वोट नहीं मिला। इस बार रघुराज सिंह के बस्ते सभी जगह दिखाई दिए और बस्ता लगाने वालों को कहीं भी नहीं रोका गया। फिर भी कोई अपेक्षित परिणाम भाजपा के पक्ष में कहीं नहीं दिखाई दिया।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के परंपरागत समर्थक गांवों में हालांकि वोट प्रतिशत कम रहा ,मगर कहीं भी वोटों की गिरावट नहीं हुई। जसवंत नगर इलाके के महामई गांव में जहां सदैव समाजवादी पार्टी के विपक्षी उम्मीदवार विजय हासिल करते थे। इस बार यहां सपा छात्र नेता खन्ना यादव के प्रभाव से डिंपल को अच्छे खासे वोट मिले और उन्होंने बूथ जीता। सपा नेता महावीर सिंह यादव की पोलिंग फतेहपुरा पर डिंपल को 653 वोट मिले ,जबकि रघुराज को मात्र 28 वोट मिले ।खेड़ा बुजुर्ग में कांटे की टक्कर रही, नगला कहरी कुरसैना, हनुमंत खेड़ा गढ़ी जालिम, रुकनपुरा आदि में डिंपल बंपर वोटों से जीती ,जबकि पाठक पुरा में डिंपल के 541 के मुकाबले रघुराज को मात्र 3 वोट ही मिले ।ऐसा ही शाहजहांपुर गांव में, जहां डिंपल को 828 वोट मिले और रघुराज को मात्र 2 वोट ही हासिल हुए।
महलई गांव में रघुराज को भारी जीत मिली ।जबकि अनिल प्रताप यादव और अनुज प्रताप यादव के गांव नगला हरे में डिंपल को 711 वोट मिले ।रघुराज 35 वोटों पर ही सिमट गए। ऐसे ही ब्लॉक प्रमुख रामपाल सिंह यादव, प्रोफ़सर बृजेश यादव और अनुज मोंटी यादव के गांव जुगौरा में डिंपल यादव को 617 वोट हासिल हुए ,जबकि मात्र 11 विपक्ष में गये। ठाकुर बाहुल्य गांव नगला रामसुंदर में रघुराज जीते, जबकि नगला तौर गांव में डिंपल को 2 वोटों से ही जीत हासिल हुई। पीहरपुर, सिरसा, जनकपुर, झलोखर, सराय भूपत गांव में डिंपल को भारी जीत मिली
सैफई इलाके के नगला सुभान जैसे जाटव बाहुल्य गांव में डिंपल ने भारी लीड ली। लरखोर, मोहनपुरा , हेवरा, नगला अनिया मैं भी भारी लीड मिली। स्व अनोखेलाल आढ़ती के गांव जहां प्रदीप आढती मोर्चा संभाले थे, वहां डिंपल को 1000 से ज्यादा वोट हासिल हुए ,जबकि रघुराज केवल 19 वोटों में सिमट गए। ऐसे ही काशीपुरा गांव में डिंपल को 650 के लगभग वोट मिले, जबकि रघुराज को मात्र चार वोट हासिल हुए। सैफई गांव की बूथों पर डिंपल के मुकाबले रघुराज मात्र 10 – 12 वोट पा सके। उझयानी , संहसारपुर, उधमपुर, मोहटी, नगला मठिया की बूथों पर रघुराज की हालत बहुत खराब की गई। सैफई इलाके में आधा दर्जन बूथ ऐसे थे, जहां पर रघुराज जीत सके, वरना सभी जगह डिंपल को भारी लीड मिली।
*वेदव्रत गुप्ता