जसवंतनगर (इटावा)। पालिका अध्यक्ष सुनील जोली का कार्यकाल नवंबर माह में ही समाप्त हो गया था, मगर वह काम चलाऊ पालिका अध्यक्ष के रूप में कार्य करते रहे, हालांकि उन्होंने दीपावाली से ही पालिका आना बंद कर दिया गया था।घर से ही फाइलें निबटान लग गए थे और पालिका व्यवस्थाएं बिना मालिक की फौज की तरह संचालित होने लगी थी।
नतीजा यह हुआ कि जसवंतनगर कस्बे की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। शाम के वक्त नगर की बिजली व्यवस्था फेल होने पर पहले तुरंत ही जनरेटर चल जाता था और नगर की लाइट व्यवस्था चालू रहती थी। इससे सड़कों पर रौनक बनी रहती थी।
पिछले एक डेढ़ महीने से गलियों और सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था पूरी तरह माशाअल्लाह हो गई है। विद्युत आपूर्ति रहने पर भी कई मोहल्ले अंधेरे में डूबे रहते हैं।
यही हाल नगर के मुख्य बाजारों में प्रायः देखने को मिलता है। पालिका अधिशासी अधिकारी रामेंद्र सिंह यादव शासन से प्रमोशन मिलने के कारण पालिका का चार्ज संभाले अपना समय बिता रहे हैं। उन्हें अपने प्रमोशन ट्रांसफर का इंतजार है। हालांकि 15 दिसंबर से पालिका अध्यक्ष सुनील जोली का कार्यकाल विधिवत समाप्त करके पालिका ई ओ को ही नगर पालिका का पूरा कार्यभार सौंप दिया गया है।
नगर के जैन मोहल्ला, कटरा विलोचियां, मोहन मड़ैया, फक्कड़ पुरा, रेल मंडी, अहीर टोला आदि मोहल्लों में अब अक्सर स्ट्रीट लाइट व्यवस्था शाम को 6 बजे भी चालू नहीं होती। चालू भी होती है ,तो वह घंटे दो घंटे के बाद ठप हो जाती है। बिजली आपूर्ति यदि फेल हो जाए तो यहां पालिका द्वारा स्ट्रीट लाइट व्यवस्था के लिए लगाये गये जनरेटर देर से चालू होते हैं, जबकि पहले बिजली जाते ही जनरेटर चालू हो जाते थे। नगर की सड़कें और गलियां जगमगा जाती थी।
कई स्ट्रीट लाइट पालों पर बल्ब फ्यूज पड़े हैं।कई पर जलते बुझते देखे जा सकते हैं। लुधपुरा मोहल्ले में तीन-चार दिन से जैन मंदिर के पीछे के एरिया की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था ठप पड़ी है।
नगर वासियों ने प्रशासन से इन सर्दियों के मौसम में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था सुदृढ़ कराने की अपील की है ,ताकि रात में अंधेरे का फायदा उठाकर चोर उचक्के कोई घटना को अंजाम न दे सकें।
*वेदव्रत गुप्ता