देश में पहली बार कोई प्राईवेट कंपनी एयरक्राफ्ट बनाने जा रही है. बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी यानि सीसीएस ने वायुसेना के लिए 56 ‘सी-295एमडब्लू’ मालवाहक विमानों की खरीद के लिए मंजूरी दे दी.
सी-295 मीडियम-वेट मालवाहक विमान हैं जो भारतीय वायुसेना के पुराने पड़ चुके एवरो एयरक्राफ्ट की जगह लेंगे. सी-295 एयरक्राफ्ट 5-10 टन का पेयलोड ले जा सकता है और करीब 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है.
सी-295 का गेट पिछले हिस्से में है जिससे सैनिकों (पैरा-ट्रूपर्स) और कार्गो को आसानी से एयर-ड्राप किया जा सकता है. इन विमानों के जरिए वायुसेना पैरा कमांडोज़ को एयर-ड्राप करने के लिए इस्तेमाल करेगी.
जो 40 एयरक्राफ्ट भारत में बनेंगे वे अगले एक दशक (दस साल) में वायुसेना को मिल जाएंगे. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सभी 56 विमान स्वदेशी इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर सूट से लैस होंगे.