दिल्ली सरकार और एलजी वीके सक्सेना के बीच टकराव थमने की बजाय और बढ़ती दिख रही है। मुलाकात के बाद जब मुख्यमंत्री केजरीवाल मीडिया के सामने आए तो एलजी पर जमकर बरसे और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को सक्सेना मानने को तैयार नहीं हैं।
लंबे समय बाद एलजी से मुलाकात के बाद जब केजरीवाल मीडिया के सामने आए तो उन्होंने, ‘पिछले कुछ महीनों से हम लोग देख रहे हैं कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार के मामलों में एलजी साहब का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है।
उनके काम रुकते जा रहे हैं। इन्हीं मुद्दों पर चर्चा के लिए आज मैं एलजी साहब से मिला था। मेरी मंशा यह है कि यदि हमारे कानून संविधान को समझने में कुछ गलतफहमी है तो उसे दूर किया जा सके। मैं देश का संविधान, मोटर वीइकल ऐक्ट,जीएनसीटीडी ऐक्ट, स्कूल एजुकेशन ऐक्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले लेकर गया था।’
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पुलिस, लैंड और पब्लिक ऑर्डर पर सारे फैसले लेने का अधिकार एलजी साहब का है। बाकी सारे सब्जेक्ट शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क समेत सभी विषय दिल्ली सरकार के दायरे में आते हैं। केजरीवाल ने इसका हावाला देते हुए कहा, ‘इसका मतलब है कि एलजी ने जैस्मिन शाह के दफ्तर को सील करने का ऑर्डर दिया वह गैर कानूनी था।’