Saturday , November 23 2024

जोशीमठ: आपदा प्रभावितों के चेहरे पर छलका घर छोड़ने का दर्द, दरार वाले भवनों की संख्या बढ़ी

बारिश और बर्फबारी के बाद पहले से मुसीबतों का सामना कर रहे आपदा प्रभावितों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। लोग दरक रहे घरों का सामान सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट नहीं कर पा रहे हैं। कई परिवारों का सामान घर के बाहर ही पड़ा है, जिस पर बर्फ जम गई है। वहीं, प्रशासनिक स्तर पर किए जा रहे आपदा प्रबंधन व राहत कार्यों में भी व्यवधान बढ़ा है।

अचानक मौसम का रुख बदला और बर्फबारी शुरू हो गई। जो शुक्रवार सुबह तक जारी रही। इसके बाद बारिश का दौर शुरू हो गया। लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत घर का सामान शिफ्ट करने में हुई। कई लोगों का सामान घर के बाहर ही पड़ा। उसके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं।

भूधंसाव से प्रभावित मलारी-इन और माउंट व्यू होटल, लोनिवि विश्राम गृह के ध्वस्तीकरण सहित अन्य कार्य भी प्रभावित हुए हैं। वहीं, नगर में अलग-अलग स्थानों पर पड़ी दरारों में बारिश और बर्फ का पानी भर गया है। जिससे भू-धंसाव वाली जगहों पर खतरा बढ़ गया है। जगह-जगह कीचड़ होने से राहगीरों को आवागमन में दिक्कत हो रही है।