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करोड़ों रुपये की लागत से बने आईटीआई कालेज ताखा का भवन विभाग की अनदेखी के कारण धूल फांक रहा है

ताखा। प्रशासन की अनदेखी के चलते उद्घाटन के बाद भी अभी तक आईटीआई कालेज ताखा में शिक्षण कार्य नहीं हो सका शुरू।

ब्लॉक क्षेत्र के आईटीआई कालेज ताखा का भवन पिछले दो साल से छात्रों के इंतजार में बनकर खडा हुआ है। निर्माण निगम ने भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कराकर विभाग को सौंप दिया। लेकिन विभाग द्वारा अभी तक ना तो शिक्षकों की कोई तैनाती की और ना ही भवन में कोई भी फर्नीचर लगवाया गया।

बताते चलें अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार ने ताखा के युवाओं के लिए आईटीआई कालेज के रूप में एक बडी सौगात दी। समय पर बजट न मिलने से कई महीनों निर्माण कार्य बंद रहा। निर्माण कार्य पूर्ण होने में करीब तीन बर्ष से अधिक का समय लगा और बर्ष 2020 में निर्माण निगम ने भवन को तैयार कर आईटीआई कालेज विभाग को भवन सुपुर्द कर दिया।

बर्ष 2020 में कालेज का विभाग द्वारा कोड भी जारी कर दिया गया और कालेज के नाम से पिछले तीन साल से सीटें भी दी जा रही लेकिन ना तो पिछले तीन साल से इस भवन में शिक्षण कार्य किया जा रहा और ना यहां पर अभी तक स्टाफ की तैनाती की गई। और ताखा कालेज के नाम से छात्रों का दाखिला कराने पर उन्हें आईटीआई कालेज इटावा में शिक्षण कार्य के लिए जाना पडता है।

कालेज में 12 ट्रेड कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, टर्नर, इलेक्ट्रीशियन, मेकेनिक, सिविल, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, मोटर वाहन मैकेनिक, वेल्डर, प्लंबर, कॉस्मेटोलॉजी, फैशन डिज़ाइन, फिटर मौजूद है और कालेज में छात्रों के लिए लगभग 400 सीटें मौजूद है।

आईटीआई कालेज इटावा के प्रधानाचार्य डा. राजकुमार सिंह यादव ने बताया कि शासन ने कालेज को सीसीसी माडल पर प्रस्तावित कर दिया है जल्द ही कालेज में शिक्षकों की नियुक्ति करके शिक्षण शुरू होगा।

*घनश्याम शर्मा