फोटो: राष्ट्रीय सनातन एकता मंच के उत्तर प्रदेश प्रभारी ऋषिकांत चतुर्वेदी तहसीलदार प्रभात राय को ज्ञापन सौंपाते
जसवंतनगर (इटावा)। राष्ट्रीय सनातन एकता मंच के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय संगठन मंत्री ऋषि कांत चतुर्वेदी ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन यहां तहसील पहुंचकर उप जिलाधिकारी जसवंतनगर के न मिलने पर तहसीलदार प्रभात राय को सौंपाया है।
ज्ञापन के जरिए उन्होंने देश में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और उस पर मुकदमा कायम कर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
ज्ञापन में ब्रिटिश प्रसारक बीबीसी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को लेकर जो विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री जारी की है,उसको लेकर आरोप लगाया है कि इससे भारतीय प्रधानमंत्री की छवि धूमिल करने का षड्यंत्र किया गया है। बीबीसी ने देश की संप्रभुता को चुनौती देते हुए देश को कमजोर करने की साजिश रची गई है।
बीबीसी द्वारा राष्ट्र विरोधी विचारों को इससे पूर्व भी प्रचारित किया जाता रहा है। कोरोना काल में भी भारत की छवि को विश्व पटल पर धूमिल की थी।
बीबीसी की भूमिका हमेशा संदिग्ध व भारत विरोधी रही है। गुजरात दंगों पर विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री बनाकर देश में सांप्रदायिक दंगों को भड़काना व सामाजिक समरसता के ताने-बाने को नष्ट करना भी बीबीसी का लक्ष्य था।
उन्होंने ज्ञापन में यह भी कहां है कि बीबीसी के इस कूट रचित षड्यंत्र के पीछे देश में मौजूद किसी संगठन या राजनीतिक दल या व्यक्ति विशेष की भूमिका है।
उसकी जांच सीबीआई या रॉ के द्वारा कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।साथ ही बीबीसी को भारत में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाना राष्ट्रहित में आवश्यक बताया है।
उन्होंन विदेश मंत्रालय व सूचना प्रसारण मंत्रालय के इस मामले में मूकदर्शक की भूमिका पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है और पूछा है कि ये मंत्रालय क्यों मौन साधे बैठे हैं। ब्रिटिश दूतावास पर इसका कड़ा विरोध क्यों नहीं दर्ज करवाया गया है।
उन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर तथा देश के मान सम्मान के लिए प्रत्येक राजनीतिक दल व राष्ट्रवादी विचारधारा के करोड़ों लोगों को बीबीसी के विरुद्ध एक मंच पर खड़ा होने की अपील भी की है।
*वेदव्रत गुप्ता