फोटो:–खटखटा बाबा की कुटी के प्रांगण में भंडारा ग्रहण करते लोगों की भारी भीड़
जसवंतनगर(इटावा)। नगर के सुप्रसिद्ध देव आराध्य स्थल खटखटा बाबा की कुटिया पर गुरुवार को बसंतोत्सव समापन के अवसर पर बृहद भंडारे एवं प्रसाद वितरण का परंपरागत आयोजन किया गया, जिसने एक अनुमान के अनुसार 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पुरुष, महिलाओं और बच्चों ने प्रसाद ग्रहण किया।
कुटिया पर 15 जनवरी से बसंतोत्सव आरंभ हुआ था । कलश यात्रा के साथ महाशिवपुराण कथा 9 दिन तक चली ।हर वर्ष के भांति कथा समापन के बाद वृहद भंडारे का आयोजन कुटिया की परंपरा है।
हर वर्ष आयोजित होने वाले इस भंडारे में दूर दूर तक के संत महात्मा एकत्रित होते हैं।भंडारे का प्रसाद ग्रहण करना अपने लिए धन्य मानते हैं। खटखटा बाबा की कुटिया का यह भंडारा दोपहर 12 बजे शुरू हुआ और सबसे पहले डेढ़ से दो हजार तक संतो को सबसे पहले भंडारे का प्रसाद ग्रहण कराया गया। सभी संतो को अशोक गुप्ता भट्टा वालों ने एक-एक कंबल प्रदान किया।अनेक श्रद्धालुओं ने भी संतो को नगदी पेट की। संत भोज के दौरान बराबर जय गुरुदेव जय गुरुदेव के नारे गूंजते रहे।
संत भोज के बाद आम लोगों ने यहां भंडारा ग्रहण करने के लिए पहुंचना शुरू किया और कुटिया के विशाल प्रांगण में भंडारे की पंगतें बैठना आरंभ हुई, जो रात 11:00 बजे तक जारी रही। भंडारा प्रसाद लेने के लिए नगर भर के लोग तो आए हुए ही, आसपास के जिलों के लोग भी प्रसाद ग्रहण करने को आतुरों का भी जमकर आगमन होता रहा।
कुटिया के महंत बाबा मोहन गिरी महाराज ने बताया है कि 50 हजार से ज्यादा लोगों ने रात तक भंडारा प्रसाद ग्रहण किया। भंडारा ग्रहण करने आए लोगों ने ब्रह्मलीन गुरु खटखटा बाबा और संत प्रसिद्ध नाथ के दर्शन करते हुए उनकी चौखट पर दस्तक दी और मनौतियां मांगी। यहां मनौती मांगने वालों की सभी अवश्य ही पूरी होती है।
*वेदव्रत गुप्ता