असम की राजधानी गुवाहाटी में चल रही पहली जी20 बैठक में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में विकासशील देशों को बड़ी मात्रा में धन की जरूरत पर नाइजीरिया ने जोर दिया है। शुरू हुई पहली सस्टेनेबल फाइनेंस वर्किंग ग्रुप मीटिंग’ (एसएफडब्ल्यूजीएम) में सौ से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे।
बैठक के दौरान नाइजीरियाई सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए ‘काफी धन’ की जरूरत है। नाइजीरिया के वित्त मंत्रालय के सलाहकार महमूद इसा दुत्से ने यहां चल रही जी20 बैठक से इतर कहा कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए दुनिया को हर साल चार खरब डॉलर की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से लड़ने के लिए बहुत सारे पैसे की जरूरत होती है। अगर हम धन नहीं इकट्ठा कर सकते हैं, तो स्थिरता और जलवायु परिवर्तन का विरोध करने के बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है।
दुनिया भर में बढ़ रहे बाढ़ और मरुस्थलीकरण के मामलों का भी उन्होंने जिक्र किया। नाइजीरिया में हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ के बारे में बताता हुए उन्होंने कहा कि इसमें लगभग 600 लोग मारे गए।