रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया। शहर में चल रहे देवकली महोत्सव के अंतर्गत सोमवार रात अखिल भारतीय कवि सम्मेलन हुआ। जिसमें देश के नामचीन कवियों ने अपनी कविताओं से समां बांधा। कविताएं सुनने के लिए श्रोता भोर तक जमे रहे।कार्यक्रम की शुरुआत सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने दीप प्रज्जवलित कर की। उन्होंने कहा कि देवकली महोत्सव के विभिन्न कार्यक्रमों ने स्थानीय प्रतिभाओं को मंच देने के साथ श्रोताओं के स्वस्थ मनोरंजन किया है। जिलाधिकारी प्रकाशचंद्र श्रीवास्तव ने अपने काव्यात्मक सम्बोधन से खूब तालियां लूटी। काव्य प्रस्तुतियों की शुरुआत डॉ. सरिता शर्मा की वाणी वंदना से हुई।हास्य कवि विकास बौखल ने लोगों से खूब ठहाके लगवाए। रायबरेली से आए भालचंद त्रिपाठी ने इधर का उधर कर के क्या पा रहे हैं, कहां को चले थे कहां जा रहे हैं…गाकर समा बांधा। कवयित्री सरला शर्मा ने नफरतों के जहां में ऐ इंसा जीत ले दिल तो कामयाबी है… पर दाद हासिल की।
अयाज अहमद की गजलों का लोगों ने खूब लुत्फ लिया।एसपी चारु निगम ने अपने काव्यपाठ से लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया। अजय अंजाम की प्रस्तुति सो रहे जो सिंह मैं उनको जगाना चाहता हूं, देश की मिट्टी के मैं कुछ गीत गाना चाहता हूं…पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाई। हास्य कवि शम्भू शिखर ने जब तक नहीं आते हैं 15 लाख खाते में, तब तक तुम्हें मोदी जी हम जिताते रहेंगे…के जरिये लोगों को ठहाके लगाने पर विवश कर दिया।लखनऊ से पधारे वरिष्ठ आईएएस व कवि डॉ. अखिलेश मिश्र ने बच्चों की पढ़ाई को अम्मा की दवाई को, नाचे है तवायफ कई अरमान बेच कर… सहित सामाजिक तानेबाने से जुड़े क़ई गीत सुनाए। संचालन कर रहे देवास के कवि शशिकांत यादव ने देशभक्ति के अनेक छंद सुनाए। प्रख्यात कवयित्री डॉ. सरिता शर्मा ने माँ को समर्पित गीत सुनाकर माहौल भावुक कर दिया। सदाबहार डॉ विष्णु सक्सेना ने तुम हमारी कसम तोड़ दो , हम तुम्हारी कसम तोड़ दें के साथ क़ई गीत मुक्तक सुनाकर वाहवाही लूटी।डॉ हरिओम पंवार के ओज से भरे काव्यपाठ ने लोगों को देशभक्ति की भावना से भर दिया। उनकी रचना बंदूकों की गोली का उत्तर सदभाव नही होता,हत्यारों के लिए अहिंसा का प्रस्ताव नही होता पर श्रोताओं ने खड़े होकर तालियां बजाई। भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीराम मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे, जिले के समस्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी व सैकड़ों की संख्या में श्रोताओं ने भोर तक कार्यक्रम का आनंद लिया।