जसवंतनगर (इटावा)। प्रेमियों का अंतर राष्ट्रीय पर्व ‘वैलेंटाइन डे’ था,मगर यहां जसवंतनगर में इसको लेकर कोई गहमागहमी कहीं भी देखने को नहीं मिली। हालांकि फूल बेचने वालों ने अपने काउंटर पर गुलाब के फूल और कलियां बेचने के लिए मंगा कर रखी थी।
बताया गया है कि कुछ पतियों ने जरूर अपनी पत्नियों को गिफ्ट करने के लिए गुलाब के फूल और कलियां खरीदी मगर कोई किशोर या किशोरी या युवक और रुकती खुलेआम इन्हें खरीदने नहीं पहुंचा।
ऐसा नहीं की प्रेमियों ने आपस में एक दूसरे को वैलेंटाइन डे की शुभकामनाएं न दी हों, मगर जसवंतनगर जैसे छोटे कस्बे में पार्कों की सुविधा न होने से खुले तौर पर इस प्रेम पर्व को मानने हिम्मत किसी प्रेमी ने नहीं की ।
हाल ही में यहां के इलाके में कई नये रेस्टोरेंट खुले है, मगर वहां वैलेंटाइन डे को लेकर कोई चहल पहल नहीं दिखाई पड़ी। यहां के स्कूलों में भी चुपचाप भले ही प्रेम का इजहार प्रेमियों ने आपस में किया हो, मगर खुलेआम किसी होटल या रेस्टोरेंट में ऐसा होते नहीं दिखा।
जसवंत नगर के थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी और कस्बा चौकी इंचार्ज कपिल चौधरी ने बताया है कि वैलेंटाइन डे को लेकर दिनभर पुलिस, महिला पुलिस कर्मियों के साथ नगर के चौराहों और होटलों पर गश्त करती रही। सागर होटल और बस स्टैंड चौराहे पर एक चेकिंग दस्ता भी लगाया गया था, परंतु कोई प्रेमी या प्रेमिका वैलेंटाइन डे मनाते और आपसी प्रेम का इजहार करते नहीं मिला। उन्होंने बताया कि नगर के किसी भी सार्वजनिक स्थल पर वैलेंटाइन डे को लेकर भी कोई मामला प्रकाश में नहीं आया।
*वेदव्रत गुप्ता