रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया । प्रदेश सरकार दिसम्बर 2023 तक एमआर उन्मूलन एवं सभी वैक्सीन रोधी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अर्न्तगत पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को एमआर की दो डोज एवं अन्य ड्यू वैक्सीन दी जानी है। नौ माह से लेकर पांच साल तक के छूटे बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर तीन माह का अभियान चलाया जा रहा है। इसका प्रथम चरण नौ से 20 जनवरी तक आयोजित किया गया था। सोमवार को विशेष टीकाकरण पखवाड़े के द्वितीय चरण की शुरुआत हो गई जो 24 फरवरी तक चलेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों के जन्म से पांच वर्ष की आयु तक सात बार नियमित टीकाकरण आवश्यक है । यह टीके बारह प्रकार की जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं । अगर किसी बच्चे का टीकाकरण छूट गया है तो उसके अभिभावक आशा कार्यकर्ता और एएनएम से सम्पर्क कर छूटा हुआ टीका लगवा सकते हैं । इसी उद्देश्य से 13 से 24 फरवरी तक विशेष टीकाकरण पखवाड़ा चल रहा है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने बताया की उन्होंने बताया कि जनवरी में नौ तारीख से 21 तारीख तक चले पखवाड़े के दौरान 67 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हो चुका है । शेष बच्चों का टीकाकरण फरवरी और मार्च माह के अभियान के दौरान पूरा किया जाना है। अभियान की सफलता में अभिभावकों की जागरूकता काफी सहायक साबित होगी । उन्होंने बताया की टीकाकरण काफी सुरक्षित और असरदार हैं। कुछ टीकों के लगने के बाद बच्चों को बुखार भी आता है लेकिन इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है । यह एक स्वाभाविक लक्षण है जिसके लिए दवाएं भी दी जाती हैं । बच्चों को निरोगी और स्वस्थ भविष्य प्रदान करने के लिए टीके लगने आवश्यक हैं।