विश्व बैंक ने भारत को बड़ी मदद देने के लिए अपने हाथ बढ़ा दिए हैं. भारत ने देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को सपोर्ट करने के लिए 500 मिलियन डॉलर के दो-दो पूरक लोन पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
1 बिलियन डॉलर के इस संयुक्त लोन का उपयोग वित्त पोषण के लिए होगा. भारत के प्रमुख प्रधान मंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन का समर्थन करेगा, ताकि देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार किया जाएगा.
इस समझौते पर आर्थिक मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव, रजत कुमार मिश्रा और अगस्टे तानो कौमे, (भारत, विश्व बैंक) के बीच हस्ताक्षर किए हैं.अगस्टे तानो कौमे ने कहा कि कोविड-19 ने दुनिया भर में महामारी की तैयारी स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने में खर्च होगा. उन्होंने कहा कि महामारी से लड़ने की तैयारी वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक भलाई है. इस लोन का लाभ देशभर के 7 राज्यों को मिलने जा रहा है.