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गोत्सव ‘होली’ पर खूब बरसा रंग- गुलाल, कोई अप्रिय घटना नहीं

फोटो:-होली खेलते हुए नन्हे मुन्ने

जसवंतनगर(इटावा)। रंगों का त्योहार होली पूरे इलाके में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया, कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है। छुट पुट कहासुनी की घटनाएं भले ही होली खेलने को हुई।

होली और शबे – बारात त्यौहार साथ- साथ पड़े थे, मगर नगर की सांप्रदायिक एकता के चलते दोनों संप्रदायों ने उत्साह और अकीदत के साथ अपने त्योहारों को मनाया। पुलिस कर्मियों ने होली का त्योहार शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद गुरुवार को मनाया और जमकर होली खेली, बाद में थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी द्वारा सभी के सम्मान में एक सम्मान भोज भी आयोजित किया।

यहां नगर में एक दर्जन स्थानों पर होलिका दहन हुआ,जो रात 2बजे से शुरू हुआ था और सवेरे 7 बजे तक होलिका दहन होता रहा। लोगों ने गन्ने ले जाकर होलिका पर जौ और गेहूं की बालों का अर्पण किया।फिर अपने घरों पर वहां से अग्नि लाकर होलिका दहन की रस्म अदा की। बाद में रंग ,गुलाल का दौर शुरू हुआ और दोपहर डेढ़- दो तक रंग गुलाल जारी रहा।अहीर टोला मोहल्ला में फाग गायन टोली।निकली और द्वार दर गई। शाम को तेज अंधड़ और बरसात होने से गांव और नगर के अहीर टोला जैसे मोहल्ला में फाग गायन टोलियों और परस्पर गले मिलने की रस्म में बाधा पड़ी होली कब शोर थम गया।

लोगों ने एक दूसरे के ऊपर रंग गुलाल बरसाकर होली की शुभकामनाएं एक दूसरे को दीं।

कोठी कैस्थ, कटरा पुख्ता, जैन मोहल्ला, कटरा बुलाकीदास आदि में होली के रंग जमकर बरसे। बच्चे खूब रंग बरसाते देखे गये।

होली के अवसर पर बिकने वाले गन्नों की इस बार इतनी बिक्री नहीं हुई ,जिसकी संभावना थी। इसलिए गन्ने बेचने वालों के पास भारी मात्रा में गन्ने बच गए। मंगलवार शाम 40- 50 रुपए कीमत वाला गन्ना केवल 10 और 15 रुपए का बिका। इसके बावजूद भी भी गन्ने बिकने से बच गए। रंग ,गुलाल, पिचकारिया बेचने वाले भी इस बार निराश दिखे, क्योंकि उनके पास भी काफी माल बच गया। होली को लेकर पुलिस की कई गाड़ियां नगर में निरंतर गश्त पर रहीं।

*वेदव्रत गुप्ता