वीरेंद्र सहवाग की आक्रामक बल्लेबाजी से पूरी दुनिया वाकिफ हैं.वे टेस्ट क्रिकेट में 2 तिहरे शतक लगाने खिलाड़ियों की खास लिस्ट में शामिल हैं. यह धाकड़ बल्लेबाज तीसरे तिहरे शतक से सिर्फ 7 रन से चूक गया था.
वीरेंद्र सहवाग ने बताया कि मुल्तान में खेले जा रहे टेस्ट में मैं 100 रन तक 4 छक्के जड़ चुका था. इसके बाद सचिन मेरे पास आए और कहा कि अब छक्का मत जड़ना. तू बड़ी पारी खेल सकता है. इससे पहले तेरे छक्के के कारण हमें ऑस्ट्रेलिया में हार मिली थी.
सहवाग ने मैच में 130 रन तक 5 छक्के जड़े थे. फिर उन्होंने छठा छक्का जड़कर तिहरा शतक पूरा किया था. यानी सचिन तेंदुलकर के कहने के बाद उन्होंने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की. मालूम हो कि दिसंबर 2003 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर वीरेंद्र सहवाग ने मेलबर्न में 195 रन की पारी खेली थी.