विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को युगांडा और मोजाम्बिक की छह दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) ने रविवार को यह जानकारी दी। MEA के मुताबिक, विदेश मंत्री का पहला गंतव्य युगांडा होगा।
जयशंकर जिंजा (युगांडा) में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के ट्रांजिट परिसर का उद्घाटन भी करेंगे। जयशंकर की यात्रा के दौरान भारत के बाहर एनएफएसयू का पहला परिसर स्थापित करने को लेकर भारत और युगांडा के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर होने की भी उम्मीद है।
जयशंकर युगांडा में सौर ऊर्जा पर आधारित एक जलापूर्ति परियोजना के शिलान्यास समारोह में भी हिस्सा लेंगे। एमईए ने बताया कि विदेश मंत्री के युगांडा के कारोबारी वर्ग को संबोधित करने और प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद करने का भी कार्यक्रम है। मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री 13 से 15 अप्रैल तक मोजाम्बिक की यात्रा करेंगे।
यह भारत के किसी विदेश मंत्री द्वारा मोजाम्बिक की पहली यात्रा होगी। एमईए ने कहा, ‘विदेश मंत्री की युगांडा और मोजाम्बिक यात्रा से इन दोनों देशों के साथ भारत के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के और प्रगाढ़ होने की उम्मीद है।’