ठंडे पानी में कुछ देर बैठने से भी शरीर को कई तरह के फायदे पहुंचाए जा सकते हैं. यहां हम कोल्ड इम्मर्सन की बात कर रहे हैं जिसे कोल्ड थेरेपी या क्रायोथेरेपी के रूप में भी जाना जाता है.
हेल्थ बेनिफिट्स के चलते लोगों के बीच काफी पॉपुलर हुई है. कोल्ड शॉवर्स, आई बाथ और दूसरे तरीकों को शामिल किया जाता है. इस आर्टिकल में हम आपको कोल्ड थेरेपी क्या होती है, इसके फायदे क्या है और इसके कुछ रिस्क के बारे में बताने जा रहे हैं. जानिए.
कोल्ड थेरेपी क्या होती है कोल्ड थेरेपी में हमें ठंडे पानी के अंदर बैठना होता है जिसका तापमान करीब-करीब 60 डिग्री फारेनाइट होता है. इस तापमान को हम 50 डिग्री फारेनाइट तक भी रख सकते हैं.
इसके अलावा शरीर में कहीं अगर सूजन है तो उसे कम किया जा सकता है एनर्जी को बूस्ट तक किया जा सकता है. स्किन पर रेडनेस हो सकती है और इस प्रॉब्लम को दूर होने में समय लग सकता है. लोगों को इस थेरेपी की वजह से दर्द या सूजन हो सकती है और अगर ये समस्या 48 घंटे में कम न हो तो डॉक्टर से कांटेक्ट करना चाहिए.