Saturday , October 26 2024

मदरसा जामिया समदिया में हुआ इफ़्तार का आयोजन

रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता 

फफूंद,औरैया। इस्लाम धर्म का सबसे मुक़द्दस माह (पवित्र महीना) रमज़ान का आज छब्बीसवां रोज़ा है इस्लाम धर्म मे इस महीने की बड़ी अहमियत और फ़ज़ीलत है ये महीना रहमत,बरकत मग़फ़िरत के साथ साथ जहन्नम से निजात का महीना है जिसमें इस्लाम धर्म के मानने वालों पर एक महीने के रोज़े फ़र्ज़ किये गए क्यूंकि रोज़ा इंसान को परहेज़गार बनाता है और गुनाहों से दूर रखता है। मुक़द्दस महीना रमज़ान अपने आख़िरी दौर में है और तीसरा अशरह चल रहा है जो जहन्नम से निजात पाने का अशरह है इस वक़्त जगह जगह रोज़ेदारों के लिए इफ्तार पार्टियाँ हो रही हैं और शाम के वक़्त इफ़्तार में एक अजीब रौनक़ देखने को मिलती है इसी सिलसिले में फफूंद स्थित इस्लामिक इदारा मदरसा जामिया समदिया में रविवार 24 वें रोज़े को हर साल की तरह इस साल भी मदरसा के प्रबन्धक/क़ाज़ी-ए-शहर औरैया सैयद गुलाम अब्दुस्समद मियां चिश्ती की सरपरस्ती में नगर के तमाम लोगों के लिए इफ़्तार का एहतिमाम किया गया जिसमें नगर व क्षेत्र के सैंकड़ों रोज़ेदारों ने शिरकत कर इफ्तार किया और इफ्तार से पहले अमनचैन क़ायम रहने की दुआएं मांगी,इफ्तार से पहले शहर क़ाज़ी औरैया ने इफ्तार में पहुँचे लोगों से कहा कि इफ्तार का वक़्त दुआ की मक़बूलियत का वक़्त होता है इफ्तार के वक़्त मांगी गई दुआ कभी रदद् नहीं होती,बस अपने रब से मांगने का सलीक़ा होना चाहिए, इफ्तार के वक़्त जो मांगो अल्लाह अता करता है,और कहा कि जामिया समदिया आपका अपना इदारा है जिसमें सैंकड़ों बच्चे दीनी व दुनियावी तालीम हासिल करते हैं आपलोग इस मुबारक महीने में अपने इस मदरसे का भी ख़्याल रखते हुए मदरसे व मदरसे में पढ़ने वाले तमाम तलबा के लिए भी दुआएं करें।