फोटो:- लुधपुरा जैन मंदिर में प्रवचन करते मुनि प्रतीक सागर महाराज
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जसवंतनगर(इटावा)। अपने प्रवचन और विचारों से क्रांतिकारी संत के रूप में विख्यात मुनि 108 प्रतीक सागर जी महाराज ने कहा है कि प्रणाम करने के सदैव अच्छे परिणाम होते हैं।
यदि किसी दुश्मन को भी आप यदि सामने मिलने पर प्रणाम करेंगे, तो उसके मुंह से भी बरबस “खुश रहो” का स्वर ही निकलेगा। अतः हम सभी को एक दूसरे को जय जिनेन्द्र या नमस्कार अथवा प्रणाम मिलने पर जरूर ही करना चाहिए। इस अभिवादन से हम सब ऊर्जित होते हैं तथा जनकल्याण की भावना उत्पन्न होती है।
प्रतीक सागर जी महाराज यहां गुरुवार प्रातः लुधपुरा दिगंबर महावीर जी जैन मंदिर में अपने प्रवास के पहले दिन प्रातः कालीन प्रवचन कर रहे थे। सरल और आमजन की भाषा में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रातःकाल उठकर यदि नित्य प्रति सबसे पहले हमारे द्वारा भगवान जिनेन्द्र के दर्शन किए जाएं, तो अवश्य ही हमारा आत्म कल्याण होता है, सर्व मनोकामनाएं भी सदैव पूर्तित होती हैं। धनधान्य और लक्ष्मी और सुखों की प्राप्ति होती है,क्योंकि भगवान जिनेंद्र के चरण कल्पवृक्ष के समान हैं।इसलिए हमें उनके दर्शन हर दिन करके ही अपनी दैनिक जीवन चर्या प्रारंभ करनी चाहिए । यही नहीं इनसे हम दिन भर सकारात्मक सोच के साथ अपने दैनिक कार्य संपन्न करने में सक्षम भी होते है।
कतिपय कारणों से पहले दिन महाराज जी 15 मिनट ही प्रवचन कर सके, मगर उनकी प्रवचन शैली से उपस्थित धर्म प्रेमी मंत्रमुग्ध हो गए। बाद में सभी उपस्थित जनों ने प्रतीक सागर जी महाराज की ओम नमोकार मंत्र के साथ गुरु भक्ति और अर्चना की।
इस मौके पर लुधपुरा जैन मंदिर कमेटी के पदाधिकारी गण देवेंद्र जैन, सत्यप्रकाश जैन, अजय कुमार जैन, सुरेंद्र कुमार जैन, संजीव कुमार जैन प्रवीण कुमार जैन राजीव कुमार जैन के अलावा वीरेंद्र कुमार जैन वीरू दादा,चेतन जैन निक्काजैन,पिंटू जैन,अक्षत कुमार जैन, राजकुमार जैन, वीना जैन,समीपजैन, विजयकुमार जैन,अंजली जैन,बिंदु जैन,डॉली जैन,भावना जैन, रूबी जैन,अनीता जैन, विमला जैन रेखा जैन, संगीता जैन, शशि जैन आदि मौजूद थे।
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*वेदव्रत गुप्ता