केंद्र सरकार ने नकली दवाओं को लेकर एक बार फिर से सख्त रुख अपनाया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत नकली दवाओं के मामले में कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का पालन करता है।
उन्होंने कहा कि खांसी रोकने के लिए भारत निर्मित सीरप के कारण कथित मौतों के बारे में कुछ हलकों में चिंता व्यक्त की गई है। इसके बाद 71 कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और उनमें से 18 को बंद करने को कहा गया है।
मंत्री ने यह भी कहा कि देश में गुणवत्तापूर्ण दवाओं का उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए लगातार व्यापक विश्लेषण किया जाता है। साथ ही सरकार और नियामक हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहते हैं कि नकली दवाओं के कारण किसी की मौत न हो।
मनसुख मांडविया ने कहा कि हम दुनिया की फार्मेसी हैं और हम सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम दुनिया की गुणवत्ता वाली फार्मेसी हैं। पिछले साल खांसी रोकने लिए भारत निर्मित सीरप से गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में क्रमश: 66 और 18 बच्चों की मौत हो गई। भारत ने 2022-23 में 17.6 अरब अमेरिकी डॉलर के कफ सीरप का निर्यात किया, 2021-22 में यह निर्यात 17 अरब अमेरिकी डॉलर का था।