रांची. झारखंड पुलिस को अहम कामयाबी मिली है. रांची के बरियातू थाना क्षेत्र के चिरौंदी में हुए दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले सगे भाइयों अशोक और धर्मेंद्र सहित तीन को रांची पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है.
रांची एसएसपी के द्वारा बनाई गई एसआईटी को यह कामयाबी हासिल हुई है . दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अशोक और धर्मेंद्र दोनों बिहार भाग गए थे, जिसके बाद रांची पुलिस की कई टीम लगातार उनके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी.
इसे लेकर दोनों आरोपी कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले थे लेकिन पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अशोक कुमार गुप्ता और धर्मेंद्र कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया. एसआईटी को जानकारी मिली थी कि धर्मेंद्र और अशोक दोनों ही आरोपी रांची पहुंचकर अपने एक परिचित के घर पनाह लिए हुए हैं. सूचना मिलने के बाद स्पेशल टीम ने घेराबंदी कर दोनों को धर दबोचा. पूछताछ में दोनों अपराधियों ने यह खुलासा किया है कि जूस के बिजनेस को लेकर ही उन्होंने मुकेश और उसके स्टाफ की हत्या की थी.
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी रांची किशोर कौशल ने कहा कि पुलिस थाने में शिकायत के बाद अशोक और धर्मेंद्र को लालपुर तांबे बुलाया गया था, जहां पहुंचने के बाद पीआर बांड भी दोनों आरोपियों ने भरा था लेकिन अशोक और धर्मेंद्र ने मिलकर दोहरे हत्याकाण्ड को अंजाम दे दिया. धर्मेंद्र और अशोक की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर डबल मर्डर में उपयोग किए गए हथियार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.
हत्याकांड को अंजाम देने में जिस बाइक का उपयोग किया गया था वह भी पुलिस ने बरामद कर ली है, वहीं इनका सहयोगी विजय उरांव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. विजय के द्वारा ही हथियार, बाइक और शेल्टर की व्यवस्था की गई थी, वहीं इस दौरान उसने रेकी भी की थी. जानकारी के मुताबिक हत्या से 15 दिन पहले से रेकी की जा रही थी. बता दें कि 11 अगस्त की रात चतरा के रहने वाले मुकेश साव अपने स्टाफ रोहन साव की हत्या गोली मारकर की गई थी.