जी-20 सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है. इसके लिए राजधानी के अस्पताल भी तैयार है. प्रगति मैदान में इमरजेंसी में मरीजों के इलाज के लिए आईसीयू तैयार किया जा रहा है.
दिल्ली के एम्स, सफदरजंग, आरएमएल और लेडी हार्डिंग जैसे बड़े अस्पतालों के डॉक्टर मरीजों के इलाज के लिए 24×7 तैनात रहेंगे. मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी तैयार किए जा रहे हैं. सभी अस्पतालों से 140 एंबुलेंस को जोड़ा गया है. ये एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम, मोनिटर, जरूरी दवाएं, इंजेक्शन और ऑक्जीजन सिलिंडर से लैस होंगी. अगर किसी व्यक्ति की तबीयत बिगड़ी तो एंबुलेंस में ही उसको प्राथमिक उपचार दिया जा सकेगा. इसके लिए एंबुलेंस में पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात होंगे.
दिल्ली के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों के मेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी जा रही है. जी-20 सम्मेलन वाले स्थल से अस्पतालों तक स्पेशल ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं. इनसे मरीजों को महज 10 से 15 मिनट में ही अस्पताल पहुंचा दिया जाएगा. प्रगति मैदान के पास मौजूद लोकनायक और जीबी पंत अस्पताल में भी विशेष व्यवस्था की गई है.
आम मरीजों को नहीं होगी कोई परेशानी
लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, आयोजन के लिए इमरजेंसी को और भी बेहतर बनाया गया है. डॉक्टरों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है. कम समय में ही मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए आधुनिक मशीनों भी मंगवाई गई है. विदेशी मेहमानों के लिए आईसीयू को भी अपग्रेड किया गया है. इस बीच आम मरीजों के इलाज की भी पूरी व्यवस्था की गई है. आम मरीजों के लिए अस्पताल में किसी भी सेवा को नहीं रोका गया है. इन मरीजों के लिए सुविधाएं पहले ही तरह ही हैं.
मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द
अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. स्टाफ को कहा गया है कि किसी इमरजेंसी स्थिति को छोड़कर उनको जी-20 समिट की पूरी अवधि के दौरान अस्पताल आना है. दिल्ली के आरएमएल अस्पताल और कुछ अन्य अस्पतालों में इस बाबत आदेश भी जारी कर दिया गया है.