जेवर/नोएडा- जेवर के प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र और सामुदायिक स्वाथ केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पवन कुमार ने जेवर के हॉस्पिटल की तस्वीर ही बदल कर रख दी। उनकी तैनाती से पूर्व यहाँ की जनता को इलाज के लिए तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। जैसे ही डॉक्टर पवन कुमार को जेवर सीएचसी और पीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक बने। तो उन्होंने आम जनता के बीच पहुच कर लोगो की समस्याओं को सुना और उनकी समस्या का हल निकाला। सीएचसी की बात करें तो यहां पहुंचने वाले मरीजों को सिर्फ अस्पताल की दवाई को ही दिया जाता है। यहां बाहर की दवाई नही लिखी जाती है। जिससे मरीजों को अपने आर्थिक बचाव में भी मदद मिल जाती है और मरीज भी ठीक हो जाते है। श्री कुमार की तैनाती से पूर्व यहां के मरीज सीएचसी ना पहुंच कर बाहर का रास्ता देखते थे। लेकिन जब से श्री कुमार की तैनाती हुई है। तब से यहां की जनता अपने मरीजों को बाहर ले जाने वाले रास्ते हो मानो भूल से गए हो। इनकी तैनाती से पूर्व अस्पताल में आने वाले मरीजों को अपने वाहन पार्किंग में खड़ा करने के लिए रुपए देने होते थे। लेकिन अब वह बिलकुल समाप्त हो चुकी है। सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहित कराई योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाना इनकी प्राथमिकता रहती है। इन्होंने अपने अधीनस्थों को सख्त निर्देश दिए हुए है कि यदि अपने कर्तव्य में लापरवाही बरती तो कार्यवाही निश्चित है। उसे कोई भी बचा नहीं सकता। आशाएं बहनें अपने अपने कार्यक्षेत्र में गर्भवती महिलाओं की समय समय पर जांच करती रहे और उन्हें पोषण आहार उपलब्ध कराएं। ताकि प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित रहे और कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार ना होने पाए। यदि किसी भी आशा के कार्यक्षेत्र में कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार मिला तो उसकी खैर नहीं।
जेवर सीएचसी वैक्सीनेशन में अब्ब
सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहित कारी योजना के तहत लगाई जा रही वैक्सीन की बात करें तो यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरे गौतमबुद्ध नगर में अपना एक अलग ही स्थान बनाए हुए है। यहां पर जो भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने पहुंचा है। वह निरास होकर वापस नहीं आया है। यहां प्रतिदिन करीब एक हजार से डेढ़ हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जाती है।