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‘भारतीयों के लिए वीजा के इंतजार को कम करने पर फोकस’, जानें पायलट प्रोग्राम पर क्या बोलीं रेना बिटर

अमेरिका में जाकर काम करने वाले भारतीयों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। अमेरिका के शीर्ष अधिकारी रेना बिटर के मुताबिक, यूएस भारतीयों के लिए वीजा प्रतीक्षा समय( वीजा वेटिंग टाइम) को कम करने की दिशा में काम कर रहा है। बिटर द्वारा दी जानकारी के मुताबिक, अब अन्य देशों की तुलना में भारतीय बड़ी संख्या में अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं।

हमने वीजा वेटिंग टाइम को कम किया- बिटर
इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष, भारत में स्थिति अमेरिकी दूतावास ने 1.4 मिलियन वीजा पर कार्य किया, जो अविश्वनीय है। वे लोग जो पर्यटन के लिए अमेरिका आना चाहते हैं उनके लिए अब वीजा प्रतीक्षा समय ना के बराबर है। पिछले वर्ष वीजा प्रतीक्षा समय को 75 प्रतिशत कम किया गया,

जिसको लेकर लगातार हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं। दोनों देश जानते हैं कि संबंध को प्रगाढ़ करने में लोगों से लोगों के बीच संपर्क, व्यापार या पारिवारिक यात्रा एक बड़ा कारक है। ये सभी चीजें दोनों देशों के हित में हैं। रेना बिटन ने कहा कि भारतीय को राहत देने के लिए हम बहुत काम कर रहे हैं, ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।

एच1बी वीजा के पायलट कार्यक्रम पर चल रहा काम- बिटर
एच1बी वीजा पर बोलते हुए रेना बिटर ने कहा कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को विदेश यात्रा किए बिना अपने एच1बी वीजा को नवीनीकृत करने की अनुमति देने के लिए पायलट कार्यक्रम चल रहा है, जो फरवरी में खत्म होगा। यह वास्तव में अच्छा चल रहा है और एक बार जब हम पायलट अवधि पूरी कर लेंगे तो इसका आकलन करेंगे।

भारतीयों के लिए इसे आसान बनाना हमारा अगला कदम है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था में भारतीय कुशल श्रमिकों का विशेष योगदान है। दूतावास ने पिछले साल सबसे ज्यादा एच1बी वीजा जारी किए, जो अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा है। पिछले साल पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन की वार्ता का यह अहम विषय था।

क्या है एच1बी वीजा
एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी श्रमिकों को विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है। जिनके लिए तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस पर निर्भर हैं। पिछले साल जून में प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस द्वारा योजना की घोषणा के महीनों बाद पायलट कार्यक्रम शुरू किया गया था।