..राजेश कुमार
*टावा। जनपद इटावा में लॉयन सफारी के पास ही बसे ग्राम शीतलपुर निवासी अनिल राजपूत के घर में रखे एक पानी के ड्रम के पीछे एक सुर्ख ब्लैक स्पेक्टिकल कोबरा सर्प के छिपे होने की सूचना मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को फोन पर देर रात्रि 9:30 बजे 1611 PRV पर तैनात कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र कुमार द्वारा फोन पर मिली। सूचना मिलते ही तत्काल सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी अकेले ही मौके पर पहुंचे तो देखा कि,घर वाले व गाँव वाले बेहद ही डरे हुये थे। तब डॉ आशीष ने उस कोबरा को अपने विशेष उपकरणों की सहायता से बिना किसी नुकसान पहुंचाए बड़ी ही मशक्कत के साथ 5 से 7 मिनट मे ही सुरक्षित पकड़ लिया व उसे ले जाकर उसके प्राकृतवास में छोड़ भी दिया। वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने बताया कि,ये एक बेहद ही खतरनाक स्पेक्टिकल कोबरा सर्प है, जिसमें जानलेवा न्यूरोटॉक्सिक जहर होता है । इसके किसी भी इंसान को काट लेने से मात्र 10 से 20 मिनट में ही उसकी मृत्यु भी हो जाती है। उन्होंने जनपद की जनता से निवेदन किया है कि,जनपद में किसी भी सर्प, जैसे कोबरा ,करैत या रसल वाइपर के दंश से पीड़ित होने पर किसी भी व्यक्ति को सही समय पर उपचार न मिलने पर उसकी मृत्यु भी हो सकती है, अतः कभी किसी को कोबरा ,करैत सर्प की बाइट (दंश) हो जाये तो किसी भी झाड़ फूंक कर ढाक बजाने वाले ढोंगी या किसी सरसों पढ़कर फेंकने वाले तांत्रिक के पास बिल्कुल भी न जायें कृपया तत्काल ही बिना समय गंवाये ही उस पीड़ित व्यक्ति या महिला को सैफई के मिनी पीजीआई के इमरजेंसी वार्ड ले जाकर भर्ती करायें।
चूंकि, यह बरसात का समय है अतः रात्रि के समय में दिन में भी कहीं भी अंधेरे में जाते समय बेहद ही सावधान रहने की आवश्यकता है कृपया घर मे पुराना समान रखे हुये एरिया में या घर के बाहर कहीं भी जाये तो हमेशा जूते पहनकर व टोर्च लेकर ही जायें।
हाल ही में जनपद में कोबरा व करैत बाइट से दो से तीन लोगो की सही समय पर सही इलाज न मिलने पर असमय मौत भी हो चुकी है । जनपद इटावा में सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी के द्वारा लोगो को लगातार जागरूक करने का अब इतना असर हो चुका है कि,लोगो ने सर्पों को बिल्कुल मारना ही छोड़ दिया है अब ज्यादातर शहरी व ग्रामीण लगातार कॉल कर संस्था ओशन महासचिव सर्पमित्र डॉ आशीष को 7017204213 पर किसी भी प्रकार के सर्प निकलने की सूचना देने लगे है। ग्रामीणों ने रात्रि में ही कोबरा रेस्क्यू कर सबका भय दूर करने के लिये सर्पमित्र डॉ आशीष व 1611 PRV की पुलिस टीम का विशेष धन्यवाद दिय