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कमाल के निर्देशक थे सुबोध मुखर्जी, ‘शार्गिद’ से लेकर ‘जंगली’ तक में दिखा उनके काम का जादू

दिग्गज निर्देशक सुबोध मुखर्जी ने अपने जीवनकाल में बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं । उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए कई बड़े स्टार्स के करियर को चमकाया। 14 अप्रैल, 1921 में उत्तर प्रदेश के झांसी में जन्मे सुबोध मुखर्जी बॉलीवुड के नामी-गिरामी परिवार से आते थे। आइए आज उनकी पुण्यतिथि पर उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अनसुने किस्से और उनके निर्देशन में बनी फिल्मों के बारे में आपको बताते हैं।

फिल्म निर्माता निर्देशक सुबोध मुखर्जी एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते थे। फिल्म निर्माता शषधर मुखर्जी उनके भाई थे। यह बात कम ही लोगों को पता है कि दिग्गज अभिनेता जॉय मुखर्जी से लेकर हिंदी सिनेमा के जाने माने चेहरे देब मुखर्जी, रानी मुखर्जी, काजोल और तनीषा मुखर्जी भी सुबोध मुखर्जी के खानदान से ताल्लुक रखते हैं।

फिल्म निर्देशन के अलावा सुबोध मुखर्जी को टेनिस खेलने का भी बहुत शौक था। वे अपने स्कूल के दिनों से ही टेनिस खेला करते थे। सिनेमा निर्माण के साथ वे खेल से ताउम्र जुड़े रहें। इतना ही नहीं स्वतंत्रता संग्राम में भी सुबोध मुखर्जी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और वे देश की आजादी के लिए जेल भी गए।

बतौर निर्देशक सुबोध मुखर्जी ने साल 1955 में फिल्म ‘मुनीमजी’ को निर्देशित किया। इस फिल्म में सदबहार अभिनेता देव आनंद, निरूपा रॉय और प्राण जैसे सितारों ने काम किया था। सुबोध मुखर्जी की पहली ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने में कामयाब रही। इस फिल्म के बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सुबोध मुखर्जी ने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं। जब भी उनकी कोई फिल्म रिलीज होती थी दर्शक उनके निर्देशन का कमाल देखने के लिए सिनेमाघर तक आते थे। फिल्म ‘शार्गिद’ से लेकर ‘जंगली’ और ‘तीसरी आंख’ जैसी फिल्में आज भी दर्शक बड़े चाव से देखते हैं। सुबोध मुखर्जी निर्देशन के अलावा अपनी फिल्मों के लिए लेखन का भी काम करते थे। ‘शागिर्द’ उनकी लिखी हुई फिल्म है। इस फिल्म में उनके भतीजे जॉय मुखर्जी और सायरा बानो ने काम किया था।