Saturday , November 23 2024

सट्टेबाजी के लिए अवैध लाइव स्ट्रीमिंग करने वाले रैकेट का भंडाफोड़, पाकिस्तान से जुड़े तार, दो गिरफ्तार

सट्टेबाजी के लिए तैयार की गई डमी वेबसाइट पर टी-20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के मैच का सीधा प्रसारण किया जा रहा था। गुजरात पुलिस ने इसके दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इस अवैध स्ट्रीमिंग के तार कनाडा, दुबई, पाकिस्तान और अन्य देशों से जुड़े हैं।

गुजरात पुलिस ने रविवार को एक गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग पिछले दिनों टी-20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट का सीधा प्रसारण डमी वेबसाइट से कर रहे थे। यह डमी वेबसाइट सट्टेबाजी के लिए उपयोग की जा रही थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अहमदाबाद अपराध शाखा को कुछ वेबसाइटों के बारे में शिकायतें मिलीं कि वे इन मैचों का अवैध प्रसारण, पुनः प्रसारण, प्रसारण, डाउनलोड और स्ट्रीमिंग कर रही हैं। जिससे स्ट्रीमिंग अधिकार रखने वाली स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को वित्तीय नुकसान हो रहा है। शिकायत मिलने के बाद शाखा ने जांच शुरू की।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल किए गए सर्वर को साइबर अपराध कर्मियों ने ट्रैक किया। इसके तहत हमने मेहसाणा जिले के उंझा निवासी दिव्यांशु पटेल को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया “हमने तीन कंप्यूटर सीपीयू, चार मॉनिटर, एक लैपटॉप, एक आईपैड, छह राउटर, अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कनाडा, दुबई, पाकिस्तान और अन्य देशों के लोग क्रिकेट मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग से जुड़े हैं और पूरे रैकेट की आगे की जांच चल रही है।

पुलिस की पूछताछ में दिव्यांशु पटेल ने बताया कि उसने वेब डोमेन ss247.life खरीदा था। इस डोमेन का इस्तेमाल वह अपने सह-आरोपी मुकेश पटेल की मदद से विभिन्न डमी वेबसाइटों पर क्रिकेट मैच अपलोड करने के लिए करता था। एक अन्य आरोपी शुभम पटेल, जो अब कनाडा में बस गया है, वह वीडियो की आगे की प्रक्रिया का ध्यान रखता था।”

पुलिस ने बताया, “दिव्यांशु, मुकेश और शुभव तीनों अजहर अमीन नामक एक पाकिस्तानी नागरिक से खेलों की लाइव स्ट्रीमिंग प्राप्त करते थे। चारों लगातार संपर्क में रहते थे। यही नहीं उन्होंने मैजिकविन366.net जैसी वेबसाइटों पर भी स्ट्रीमिंग की। इनका उपयोग अवैध क्रिकेट सट्टेबाजी के लिए किया गया था।

बैंक खाते भी फर्जी
वेबसाइट से जुड़े बैंक खाते भी फर्जी थे। निजी बैंक कर्मचारी आकाश गोस्वामी द्वारा अहमदाबाद के विभिन्न निवासियों के नाम पर खोले गए थे। जांच के दौरान बैंक कर्मचारी आकाश कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया है।”